राहा फ्लाईओवर पर सुरक्षा की चिंता: अंधेरे में बढ़ी दुर्घटनाओं की आशंका

राहा फ्लाईओवर पर स्ट्रीट लाइट्स की खराबी के कारण रात के समय सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अंधेरे में चलना बेहद जोखिम भरा हो गया है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। प्रशासन से इस समस्या का त्वरित समाधान करने की अपील की गई है।
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राहा फ्लाईओवर पर सुरक्षा की चिंता: अंधेरे में बढ़ी दुर्घटनाओं की आशंका

राहा फ्लाईओवर की सुरक्षा पर सवाल


राहा, 20 जून: राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर स्थित नए बने रहा फ्लाईओवर पर पिछले एक महीने से स्ट्रीट लाइट्स खराब होने के कारण रात के समय सुरक्षा का खतरा बढ़ गया है।


स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इस स्थिति पर न तो NHAI के इंजीनियरों और न ही संबंधित अधिकारियों ने कोई प्रतिक्रिया दी है, जिससे मोटर चालकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं।


मोटर चालकों और स्थानीय निवासियों ने बताया कि अंधेरे में फ्लाईओवर पर चलना बेहद जोखिम भरा हो गया है, खासकर जब सड़क पर संकेतक सीमित हैं और सामने से आ रही गाड़ियों की हाई-बीम लाइट्स से दृष्टि बाधित होती है। रात में बसों का इंतजार करने वाले यात्रियों के लिए भी यह स्थिति और भी कठिन हो जाती है, क्योंकि उचित रोशनी के अभाव में वे असुरक्षित महसूस करते हैं।


जुलाई 2024 में यातायात के लिए खोला गया यह फ्लाईओवर पहले ही कई गंभीर दुर्घटनाओं का गवाह बन चुका है। स्थानीय लोग अब चिंतित हैं कि यदि इस समस्या का समाधान तुरंत नहीं किया गया, तो और भी हादसे हो सकते हैं।


दिलचस्प बात यह है कि NH-37 पर डेमोव और बोरघाट बाईपास पर स्थित दो अन्य फ्लाईओवर में पूरी तरह से कार्यशील और अच्छी तरह से रखरखाव की गई लाइटिंग सिस्टम है। इसके विपरीत, रहा फ्लाईओवर, जो कि अधिक व्यस्त क्षेत्र में है, अंधेरे में है।


निवासियों ने NHAI की इस समस्या को हल करने में विफलता पर निराशा व्यक्त की है और जिला प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने और फ्लाईओवर को उचित रोशनी प्रदान करने की अपील की है ताकि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके।