राष्ट्रपति भवन में परम वीर दीर्घा का उद्घाटन, वीरता का सम्मान

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजय दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में परम वीर दीर्घा का उद्घाटन किया। इस गैलरी में 21 परम वीर चक्र विजेताओं की तस्वीरें प्रदर्शित की गई हैं, जो देश के नायकों की वीरता और बलिदान को सम्मानित करती हैं। यह पहल औपनिवेशिक मानसिकता को समाप्त करने और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जानें इस उद्घाटन के पीछे की कहानी और इसके महत्व के बारे में।
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राष्ट्रपति भवन में परम वीर दीर्घा का उद्घाटन, वीरता का सम्मान

परम वीर दीर्घा का उद्घाटन

राष्ट्रपति भवन में परम वीर दीर्घा का उद्घाटन, वीरता का सम्मान

राष्ट्रपति भवन में परम वीर चक्र विजेताओं की दिखेंगी तस्वीरें


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजय दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में परम वीर दीर्घा का उद्घाटन किया। इस गैलरी में पहले ब्रिटिश अधिकारियों की तस्वीरें थीं, लेकिन अब इसे भारत के वीर सपूतों की तस्वीरों से सजाया गया है, ताकि आगंतुक उनके साहस के बारे में जान सकें।


इस दीर्घा में सभी 21 परम वीर चक्र विजेताओं की तस्वीरें प्रदर्शित की गई हैं। इसका उद्देश्य मेहमानों को देश के नायकों के बारे में जानकारी देना है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अदम्य साहस और बलिदान का परिचय दिया। यह उन बहादुरों की याद में भी एक पहल है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी।



ब्रिटिश ADC की तस्वीरों का स्थान


जिस गलियारे में परम वीर दीर्घा स्थापित की गई है, वहां पहले ब्रिटिश ADCs की तस्वीरें थीं। अब यह पहल औपनिवेशिक मानसिकता को समाप्त करने और भारत की संस्कृति और परंपराओं को सम्मान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


परम वीर चक्र देश का सर्वोच्च सैन्य सम्मान है, जो युद्ध के दौरान अद्वितीय वीरता और बलिदान के लिए दिया जाता है।


अब इस गलियारे में बलिदान और साहस दिखाने वाले सैनिकों की तस्वीरें होंगी, जिससे आगंतुक उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।


विजय दिवस 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था, जिससे बांग्लादेश का जन्म हुआ।