रायबरेली में ड्रोन चोर समझकर दलित व्यक्ति की हत्या, पुलिस ने की कार्रवाई

चोरी की बढ़ती घटनाओं से ग्रामीणों में भय
उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं में वृद्धि के चलते स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। यहां एक गिरोह ड्रोन का उपयोग कर चोरी करने में सक्रिय है, जिससे गांव के लोग अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क हो गए हैं। हालांकि, कभी-कभी अत्यधिक सतर्कता भी गलतफहमियों को जन्म देती है। ऐसा ही एक मामला रायबरेली में सामने आया, जहां कुछ ग्रामीणों ने एक युवक को ड्रोन चोर समझकर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी।
ड्रोन चोर समझकर दलित व्यक्ति की हत्या
रायबरेली में स्थानीय निवासियों ने 40 वर्षीय दलित व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने सोमवार को इस घटना की जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है और पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में वैभव सिंह, विपिन मौर्य, विजय मौर्य, सहदेव और सुरेश कुमार शामिल हैं।
ग्रामीणों ने संदिग्ध को पकड़कर पीटा
पुलिस के अनुसार, ऊंचाहार थाना क्षेत्र के कई गांवों में चोरी की घटनाओं के बाद लोग रात में निगरानी के लिए ड्रोन का उपयोग करने की अफवाहों के चलते सतर्क हो गए थे। बुधवार रात को जमुनापुर चौराहे के पास कुछ लोगों ने एक व्यक्ति को संदिग्ध रूप से घूमते हुए देखा और उसे पकड़ लिया। जब वह सवालों का जवाब नहीं दे पाया, तो ग्रामीणों ने उसे चोर समझकर बेरहमी से पीटा। पुलिस जब मौके पर पहुंची, तब वह व्यक्ति खून से लथपथ पड़ा था और उसकी मौत हो चुकी थी।
शव रेलवे ट्रैक के पास मिला
पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह ग्रामीणों ने उस व्यक्ति का शव रेलवे ट्रैक के पास पाया। उसके कपड़े फटे हुए थे और शरीर पर कई चोटों के निशान थे। मृतक की पहचान फतेहपुर जिले के हरिओम के रूप में हुई। अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
घटना के बाद जातिगत अफवाहों से बचने की अपील
सिन्हा ने निवासियों से अपील की कि वे इस घटना के बारे में जातिगत अफवाहें न फैलाएं, क्योंकि आरोपियों में विभिन्न सामाजिक पृष्ठभूमि के लोग शामिल हैं। उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने और पुलिस के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि सांसद राहुल गांधी ने मृतक के पिता से फोन पर बात की और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
कांग्रेस ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल
कांग्रेस ने इस घटना को राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति को दर्शाने वाला बताया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की। विपक्षी दल ने पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ रुपये का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की।
भाजपा ने विपक्ष के दावों को खारिज किया
भाजपा के प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा कि विपक्षी दल केवल योगी आदित्यनाथ की सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में राज्य में कई सकारात्मक बदलाव आए हैं।