रामदेव का कांवड़ यात्रा पर बयान: पहचान छिपाना गलत

योग गुरु बाबा स्वामी रामदेव ने कांवड़ यात्रा के दौरान खान-पान की दुकानों पर नाम प्रदर्शित करने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पहचान छिपाना गलत है और सभी धर्मों के लोगों को अपने धर्म पर गर्व होना चाहिए। रामदेव ने महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों के साथ हुई मारपीट को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और सभी को मिलकर रहने की अपील की। उनके बयान ने धार्मिक पहचान और राष्ट्रीय एकता पर महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं।
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रामदेव का कांवड़ यात्रा पर बयान: पहचान छिपाना गलत

रामदेव का स्पष्ट संदेश

कांवड़ यात्रा के दौरान खान-पान की दुकानों पर नाम प्रदर्शित करने के समर्थन में योग गुरु बाबा स्वामी रामदेव ने रविवार को कहा कि पहचान छिपाकर व्यापार करना हर दृष्टि से अनुचित है।


उन्होंने कहा कि उन्हें अपने हिंदू और सनातनी होने पर गर्व है, और इसी तरह मुसलमानों को भी अपने धर्म पर गर्व होना चाहिए।


रामदेव ने सवाल उठाया, "क्यों मुसलमान नाम छिपाकर कांवड़ यात्रा में व्यवसाय कर रहे हैं? पहचान छिपाना नैतिक और धार्मिक दृष्टि से गलत है।"


उन्होंने यह भी कहा कि यह ग्राहकों पर निर्भर करता है कि वे किसकी दुकान पर जाएं।


उन्होंने आगे कहा, "जैसे मुझे अपने हिंदू होने पर गर्व है, वैसे ही मुसलमानों को भी अपने मुसलमान होने पर गर्व होना चाहिए।"


रामदेव ने यह भी बताया कि मुसलमानों के पूर्वज हिंदू थे।


महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों के साथ हुई मारपीट को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया।


उन्होंने कहा कि देश की राष्ट्रभाषा के साथ-साथ मराठी और अन्य भाषाओं का भी सम्मान होना चाहिए, लेकिन भाषा, जाति, वर्ग, संप्रदाय और लिंग के आधार पर हिंदुओं को आपस में नहीं लड़ना चाहिए।


उन्होंने चेतावनी दी कि इससे सनातन, राष्ट्रीय अखंडता और एकता को नुकसान पहुंचता है। हमें सभी को मिलकर रहना चाहिए।