राधिका यादव: उभरती टेनिस खिलाड़ी की दुखद कहानी

राधिका यादव का दुखद अंत
राधिका यादव भारत की एक उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी थीं, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उल्लेखनीय प्रगति की। उन्होंने अपने करियर में अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (ITF) की डबल्स श्रेणी में 113 का सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल किया। हरियाणा में, वह महिला डबल्स श्रेणी में पांचवें स्थान पर थीं। हाल ही में, गुरुग्राम के सेक्टर-57 में अपने घर पर उनके पिता द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई। दीपक यादव, जो इस मामले में आरोपी हैं, ने राधिका पर पांच गोलियां चलाईं, जिनमें से चार उनके किचन में होने के दौरान लगीं।
सच्चाई का खुलासा
राधिका की करीबी दोस्त हिमांशिका सिंह ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने राधिका के परिवार की स्थिति के बारे में disturbing जानकारी दी। उन्होंने कहा, "आपने मीडिया में बहुत कुछ सुना होगा, लेकिन मैं आपको राधिका यादव की सच्चाई बताना चाहती हूं। हम पिछले 8-10 वर्षों से बहुत करीबी दोस्त थे।"
हिमांशिका ने आगे कहा, "मैंने कल उसकी लाश देखी। इस वीडियो का एकमात्र उद्देश्य आपको बताना है कि राधिका कौन थी। वह एक अंतरराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी थीं और एक बहुत अच्छी दोस्त, बहुत दयालु और मीठी।"
उन्होंने बताया कि राधिका ने पिछले 18 वर्षों से टेनिस खेला और उसे फोटो खींचना और वीडियो बनाना पसंद था।
परिवार की सख्ती
हिमांशिका ने बताया कि राधिका के माता-पिता बहुत सख्त थे और उन पर समाज का दबाव था। उन्होंने कहा, "राधिका के घर में बहुत सारी पाबंदियाँ थीं और वह किसी से बात नहीं करती थी।"
उन्होंने यह भी कहा कि राधिका को घर पर बहुत समय से परेशानी हो रही थी और वह हमेशा अपने माता-पिता को सब कुछ समझाने में लगी रहती थी।
राधिका की अकादमी उनके घर से केवल 50 मीटर दूर थी, लेकिन उन्हें समय पर घर लौटना पड़ता था और देर होने पर उन्हें अनुमति नहीं थी।