राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा, विपक्ष का हंगामा जारी

राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित
विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया है। अगली बैठक मंगलवार सुबह 11 बजे ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए होगी। उच्च सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित होने के बाद सुबह 2 बजे शुरू हुई, लेकिन बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ विपक्ष के नारेबाजी के कारण फिर से गतिरोध उत्पन्न हो गया। सदन के स्थगित होने से पहले, विपक्षी सांसदों ने "वोट चोरी बंद करो" के नारे लगाए।
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा का कार्यक्रम
ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की चर्चा के लिए सदन मंगलवार को फिर से बैठक करेगा। सूत्रों के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर इस चर्चा में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के भी चर्चा में शामिल होने की संभावना है। कांग्रेस पार्टी को इस चर्चा के लिए लगभग दो घंटे का समय दिया गया है, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बहस की शुरुआत करेंगे। इस बीच, लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा तीन बार स्थगित होने के बाद आखिरकार शुरू हो गई है।
राजनाथ सिंह का संबोधन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चर्चा की शुरुआत करते हुए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए इस सैन्य अभियान को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने उन सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जो देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। सिंह ने लोकसभा में अपने संबोधन में कहा कि संसद ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "मैं संसद की ओर से उन बहादुर जवानों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूँ जिन्होंने आवश्यकता पड़ने पर देश के लिए बलिदान दिया है।"
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति का एक "निर्णायक और प्रभावी प्रदर्शन" था। उन्होंने बताया कि 6 और 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जो ऐतिहासिक है। यह केवल एक सैन्य अभियान नहीं था, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति का एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन था। यह भारत की संप्रभुता, उसकी पहचान और नागरिकों के प्रति हमारी जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।