राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा: राजनाथ सिंह ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट किया

राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि भारतीय सुरक्षा बलों ने पहलगाम में आतंकवादियों के खिलाफ सफल ऑपरेशन चलाया। इस चर्चा में उन्होंने भारत की संप्रभुता और आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की बात की। जानें इस ऑपरेशन का महत्व और इसके पीछे की रणनीति।
 | 
राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा: राजनाथ सिंह ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट किया

ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा

राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर के विषय पर चर्चा आरंभ हो गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा कि भारतीय सुरक्षा बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 लोगों की हत्या करने वाले द रेजिस्टेंस फ्रंट के तीन आतंकवादियों को सफलतापूर्वक समाप्त कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने में हमारी सेनाओं और अन्य सुरक्षा बलों की भूमिका की जितनी सराहना की जाए, वह कम है। राजनाथ ने यह स्पष्ट किया कि हमारी सरकार जो वादा करती है, उसे पूरा करती है।




राजनाथ सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना और यह संदेश देना था कि भारत आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता रखता है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को केवल वर्तमान परिप्रेक्ष्य में नहीं, बल्कि भारत के भविष्य को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि 6 और 7 मई को पहलगाम हमले के जवाब में चलाया गया 'ऑपरेशन सिंदूर' केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह भारत की संप्रभुता और आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति का एक प्रदर्शन था।




उन्होंने यह भी कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस अभियान की विस्तृत जानकारी दी है, जिसमें सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया। राजनाथ ने बताया कि इस अभियान में मारे गए आतंकवादियों के पास से मिले हथियारों की फॉरेंसिक जांच की गई है। जांच में यह स्पष्ट हो गया कि ये वही हथियार हैं, जिनका उपयोग पहलगाम आतंकवादी हमले में किया गया था। रक्षा मंत्री ने कहा, 'हम जो कहते हैं, वह करते हैं। यही हमारी पहचान है।'