राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की युवतियों के लिए चेतावनी: लिव-इन रिलेशनशिप के खतरे

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने वाराणसी में एक समारोह के दौरान युवतियों को लिव-इन रिलेशनशिप के खतरों के बारे में चेतावनी दी। उन्होंने छात्राओं से अपने निर्णयों पर गंभीरता से विचार करने और समाज में शोषण के संभावित तत्वों से सतर्क रहने का आग्रह किया। इसके अलावा, उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं से बचाव और पर्यावरण की रक्षा के लिए अनुसंधान की आवश्यकता पर भी जोर दिया। जानें उनके विचार और सुझावों के बारे में अधिक जानकारी।
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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की युवतियों के लिए चेतावनी: लिव-इन रिलेशनशिप के खतरे

लिव-इन रिलेशनशिप पर गंभीर चेतावनी

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हाल ही में युवतियों को लिव-इन रिलेशनशिप के संभावित खतरों के बारे में चेतावनी दी है। वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 47वें दीक्षांत समारोह में बोलते हुए, उन्होंने छात्राओं से अपने व्यक्तिगत निर्णयों पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया। पटेल ने कहा, "बेटियों को हर कदम सोच-समझकर उठाना चाहिए और ऐसे हालात से दूर रहना चाहिए जो शोषण का कारण बन सकते हैं।"


 


राज्यपाल ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और छात्राओं को समझदारी से निर्णय लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि बेटियों को अपने फैसले सोच-समझकर लेने चाहिए और लिव-इन रिलेशनशिप जैसी परिस्थितियों से बचना चाहिए। समाज में ऐसे तत्वों से सतर्क रहने की आवश्यकता है जो उनका शोषण कर सकते हैं।


 


आनंदीबेन पटेल ने लिव-इन रिलेशनशिप के संदर्भ में कहा कि अनाथालय के बाहर 15-20 साल की बेटियां एक-एक साल के बच्चों के साथ खड़ी हैं। उन्होंने यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत दर्ज मामलों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया और बताया कि उन्होंने कई पीड़ित लड़कियों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की है, जिनकी कहानियां बेहद दर्दनाक हैं। न्यायपालिका के सदस्यों ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है और विश्वविद्यालयों को जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया है।


 


राज्यपाल ने प्राकृतिक आपदाओं के प्रति चिंता जताते हुए कहा कि इनसे बचाव और जनहानि को कम करने के लिए अनुसंधान और शोध कार्य करना आवश्यक है। इसके साथ ही, उन्होंने पर्यावरण की रक्षा और प्राकृतिक संसाधनों का संतुलन बनाए रखने के लिए जैविक कृषि अपनाने पर जोर दिया। पटेल ने 34,252 छात्राओं और 21,387 छात्रों समेत कुल 55,642 विद्यार्थियों को स्नातक की उपाधियां प्रदान कीं। इसके अलावा, 11,484 छात्राओं और 11,484 छात्रों समेत 15,321 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर की उपाधियां दी गईं। दीक्षांत समारोह में 178 शोधार्थियों को पी.एच.डी. की उपाधियां और 101 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किए गए।