राजस्थान में विस्फोटक सामग्री और कारतूसों की बड़ी बरामदगी, दो गिरफ्तार
टोंक जिले में विस्फोटक सामग्री की बरामदगी
राजस्थान के टोंक जिले की पुलिस ने एक कार से 150 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री, 200 कारतूस और छह बंडल सेफ्टी फ्यूज तार जब्त कर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को इस मामले की जानकारी दी।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह विस्फोटक सामग्री अरावली क्षेत्र में अवैध खनन स्थलों पर विस्फोट के लिए ले जाई जा रही थी।
पुलिस ने बताया कि जब्त की गई सामग्री के स्रोत, उसके गंतव्य, संभावित उपयोग और किसी आपराधिक नेटवर्क से संबंधों की जांच जारी है। आरोपियों की पहचान बूंदी जिले के सुरेंद्र पटवा और सुरेंद्र मोची के रूप में हुई है।
टोंक पुलिस उपाधीक्षक (नगर) मृत्युंजय मिश्रा ने कहा कि आरोपी विस्फोटक सामग्री को बूंदी से टोंक ले जा रहे थे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग-52 (टोंक-जयपुर) पर गश्त के दौरान पुलिस ने उन्हें पकड़ा। आरोपियों ने दावा किया कि वे बोरियों में कृषि के लिए खाद ले जा रहे हैं।
हालांकि, जब तलाशी ली गई, तो बोरियों में खाद के बजाय अमोनियम नाइट्रेट पाया गया। पुलिस ने बताया कि इसके अलावा 200 कारतूस और लगभग 1,100 मीटर लंबाई के सेफ्टी फ्यूज तार के छह बंडल भी बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने विस्फोटक सामग्री को ले जाने वाली कार को भी जब्त कर लिया है। मिश्रा ने कहा कि खुफिया सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। नए साल की पूर्व संध्या पर इस बड़ी बरामदगी ने क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया।
अमोनियम नाइट्रेट, जो खुली खदानों और पत्थर की खानों में विस्फोट के लिए उपयोग किया जाता है, औद्योगिक विस्फोटकों का एक प्रमुख घटक है। इसकी ऊर्जा क्षमता के कारण इसके भंडारण, प्रबंधन और परिवहन पर कड़े नियम लागू हैं। इसे कानूनी रूप से नियंत्रित परिस्थितियों में खनन कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
