राजस्थान में जासूसी के आरोप में सरकारी कर्मचारी हिरासत में

राजस्थान पुलिस की कार्रवाई
राजस्थान पुलिस के अधिकारियों ने बुधवार को जानकारी दी कि एक सरकारी कर्मचारी को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के संदेह में हिरासत में लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, यह कर्मचारी जैसलमेर में तैनात था और उसने अपने विभाग को सूचित किए बिना पाकिस्तान की यात्रा की। उसके राजनीतिक संबंधों के बारे में भी संदेह जताया जा रहा है।
हालांकि, इस कर्मचारी की पहचान और उसकी यात्रा के बारे में विस्तृत जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाई है।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस व्यक्ति से पूछताछ कर रही हैं।
यह घटना भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के तनाव के बीच हुई है, जिसके चलते जासूसी के मामलों में गिरफ्तारियों की संख्या बढ़ी है।
शकूर खान की पहचान
सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध की पहचान शकूर खान के रूप में हुई है, जो बड़ौदा गांव के पास मंगलियों की ढाणी का निवासी है।
शकूर खान, दले खान का बेटा है, और उसे हिरासत में लिया गया है।
संयुक्त पूछताछ केंद्र (जेआईसी) इस समय शकूर से पूछताछ कर रहा है, और सभी जांच एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं।
पूछताछ के बाद महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावना है। सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद, शकूर ने बिना अनुमति के पाकिस्तान की यात्रा की।
जैसलमेर में संदिग्ध गतिविधियाँ
जैसलमेर में हिरासत में लिए गए शकूर खान पर संदेह बढ़ गया है, क्योंकि वह वही व्यक्ति है जिसके घर के पास 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान एक मिसाइल गिरी थी।
वह जिला रोजगार कार्यालय में क्लर्क के पद पर कार्यरत है।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि शकूर ने 2008 में पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद के निजी सचिव के रूप में भी कार्य किया था।
हाल ही में, बिना अनुमति के पाकिस्तान जाने के कारण जांच एजेंसियों में चिंता बढ़ गई है।
पाकिस्तान के लिए जासूसी के मामले
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के तनाव के चलते जासूसी के मामलों में गिरफ्तारियों की संख्या में वृद्धि हुई है।
रविवार को, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में सीआरपीएफ के एक जवान को गिरफ्तार किया।
अधिकारियों के अनुसार, आरोपी मोती राम जाट जासूसी गतिविधियों में सक्रिय था और 2023 से पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों के साथ संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था।
ऑपरेशन सिंदूर का संदर्भ
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया।
यह ऑपरेशन जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
अधिकारिक पुष्टि का इंतजार
यह जानकारी भारतीय मीडिया चैनलों पर प्रसारित हो रही है, लेकिन अधिकारिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है।