राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के चुनावी धांधली के आरोपों पर किया पलटवार

राजनाथ सिंह का राहुल गांधी पर हमला
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास चुनावों में धांधली के आरोपों को साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है। पटना में एक कार्यक्रम के दौरान, राजनाथ ने कहा कि राहुल ने दावा किया था कि उनके पास चुनाव आयोग द्वारा वोटों की धांधली के सबूतों का एक 'परमाणु बम' है। उन्होंने कहा, "अगर उनके पास ऐसा सबूत है, तो उसे तुरंत सार्वजनिक किया जाना चाहिए।" मंत्री ने स्पष्ट किया कि सच यह है कि राहुल के पास कोई प्रमाण नहीं है।
संविधानिक संस्थाओं का सम्मान करने की अपील
राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी से आग्रह किया कि वे देश की संवैधानिक संस्थाओं को अपना कार्य करने दें। उन्होंने कहा कि राहुल की सनसनीखेज बयानबाजी की आदत है और यह लोकतंत्र के लिए हानिकारक है। उन्होंने बिहार को लोकतंत्र की जननी बताते हुए कहा कि यहां लोकतांत्रिक संस्थाएं विकसित हुई थीं जब अन्य देशों में जंगलराज था।
राहुल गांधी के आरोप
राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि भारत में चुनाव प्रणाली "पहले से ही मृत" है और 2024 के लोकसभा चुनावों में धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके पास इस दावे को साबित करने के लिए सबूत हैं। कानूनी सम्मेलन में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि उन्हें संदेह है कि 80 से अधिक लोकसभा सीटों पर धांधली हुई है।
बिहार के विकास की चर्चा
राजनाथ ने कहा कि आज़ादी के बाद भारतीय लोकतंत्र को आकार देने की जिम्मेदारी बिहार के डा. राजेंद्र प्रसाद को दी गई थी। उन्होंने बिहार के विकास की सराहना करते हुए कहा कि पिछले दो दशकों में एनडीए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य ने अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने बताया कि 2004 से 2014 के बीच यूपीए सरकार ने बिहार को लगभग 2 लाख करोड़ रुपये दिए, जबकि 2014 के बाद एनडीए सरकार ने 9 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि आवंटित की है।
प्रधानमंत्री मोदी की विकास योजनाएं
राजनाथ ने बताया कि इस साल अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में 13,480 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ किया। इसके अलावा, जून में 5736 करोड़ रुपये की 22 परियोजनाओं की घोषणा की गई। जुलाई में दरभंगा में एक नए 'सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया' का उद्घाटन किया गया, जो बिहार को आईटी हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।