राजनाथ सिंह का आतंकवाद पर कड़ा संदेश: भारत ने दी जवाबी कार्रवाई

राजनाथ सिंह का बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बयान में कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर नागरिकों को निशाना बनाया, जबकि भारत ने आतंकवादियों को उनके कार्यों के आधार पर जवाब दिया। उन्होंने बताया कि पहलगाम में हुए हमलों में आतंकवादियों ने जिस तरह से धर्म पूछकर लोगों को निशाना बनाया, उसने पूरे देश को झकझोर दिया। यह हमला केवल हमारे लोगों पर नहीं था, बल्कि यह भारत की सामाजिक एकता पर भी हमला था। इसके खिलाफ भारत ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों और उससे जुड़े अन्य ढांचों को नष्ट कर दिया। यह आतंकवाद के खिलाफ भारतीय इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.
कश्मीर में धारा 370 का प्रभाव
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि जब तक कश्मीर में धारा 370 लागू थी, तब तक सभी यही कहते थे कि कश्मीर भारत में तो है, लेकिन उसका भारत में पूर्ण एकीकरण अधूरा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जब धारा 370 को हटाया गया, तब कश्मीर ने भारत के साथ चलना शुरू किया। पिछले वर्ष कश्मीर में 35 लाख से अधिक पर्यटक आए, जो कि वहां के लोगों के मन में शांति के प्रति विश्वास का संकेत है.
आतंकवाद के खिलाफ सतर्कता
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना ने आतंकवादियों को जवाब दे दिया है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। उन्होंने कहा कि अब केवल सरकारों के स्तर पर नहीं, बल्कि जनता के स्तर पर भी आतंकवाद के खिलाफ सतर्क रहने का समय है। आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा अभिशाप है और यह हमारे शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा है.
आतंकवाद की विकृत मानसिकता
राजनाथ सिंह ने आतंकवाद को एक विकृत मानसिकता बताया, जो मानवता पर कलंक है और प्रगति के मार्ग में बाधा डालती है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई केवल सुरक्षा का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह मानवता के मूलभूत मूल्यों की रक्षा की लड़ाई है. इतिहास ने बार-बार साबित किया है कि आतंकवाद का कोई भी लक्ष्य, चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे हमेशा हिंसा और डर के बल पर पाने की कोशिश की जाती है और वह कभी सफल नहीं होती.
पाकिस्तान का आतंकवाद में समर्थन
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान जैसे देश लगातार आतंकवाद को समर्थन देते आए हैं। यह कितना विरोधाभास है कि भारत और पाकिस्तान दोनों एक ही समय स्वतंत्र हुए, लेकिन आज भारत को पूरी दुनिया में 'Mother of Democracy' के रूप में पहचाना जाता है, जबकि पाकिस्तान 'Father of Global Terrorism' बन गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवादियों को पनाह दी है और उन्हें ट्रेनिंग और अन्य सहायता प्रदान की है. पहलगाम केवल एक उदाहरण है, पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के अपराधों की सूची बहुत लंबी है.