राज ठाकरे ने वोट चोरी के आरोपों पर निर्वाचन आयोग से जांच की मांग की

राज ठाकरे का बयान
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को कहा कि वह 2016 से वोट चोरी के मुद्दे पर आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी और भाजपा के अनुराग ठाकुर ने मतदाता सूची में धोखाधड़ी का आरोप लगाया, तो निर्वाचन आयोग को इस मामले की जांच करनी चाहिए थी।
स्थानीय पदाधिकारियों को संबोधन
नगर निकाय चुनावों से पहले, ठाकरे ने पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं को मतदाता सूचियों की बारीकी से जांच करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "जब विपक्ष और सरकार के सदस्य भी इस पर संदेह जता रहे हैं, तो निर्वाचन आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए, लेकिन वह मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है।"
निर्वाचन आयोग पर आरोप
ठाकरे ने यह भी कहा कि निर्वाचन आयोग इस मुद्दे की जांच नहीं करेगा, क्योंकि उसे डर है कि पिछले 10 वर्षों में हुई वोट चोरी का खुलासा हो जाएगा। उन्होंने कहा, "वे इतने लंबे समय तक वोट चुराकर सरकार बनाने में सफल रहे हैं।" हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह किस राजनीतिक दल की बात कर रहे हैं।
वोट चोरी का मुद्दा
राज ठाकरे ने आगे कहा, "पिछले दस वर्षों से वोटों की चोरी हो रही है। मैं 2016 से इस बारे में बात कर रहा हूं। मैंने शरद पवार, सोनिया गांधी, ममता बनर्जी और अन्य विपक्षी नेताओं से भी चर्चा की है। 2017 में, मैंने चुनावों का बहिष्कार करने का सुझाव दिया था।"