राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे का गठबंधन: बीएमसी चुनाव में नया मोड़

महाराष्ट्र में बीएमसी चुनाव से पहले, राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने एक महत्वपूर्ण गठबंधन की घोषणा की है। दोनों दलों के नेताओं ने इस गठबंधन को लंबे समय से चर्चा में रहने वाला बताया है। राज ठाकरे ने कहा कि यह गठबंधन मराठी मानुष के अस्तित्व की रक्षा के लिए है, न कि केवल सीटों के लिए। इस गठबंधन के पीछे की भावना और आगे की रणनीति जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
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राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे का गठबंधन: बीएमसी चुनाव में नया मोड़

बीएमसी चुनाव से पहले भाईयों का एकजुट होना

राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे का गठबंधन: बीएमसी चुनाव में नया मोड़

Raj Thackeray Uddhav Thackeray

महाराष्ट्र में बीएमसी चुनाव से पहले, राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे एक बार फिर एकजुट हो गए हैं। 24 दिसंबर को, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और शिवसेना ने अपने गठबंधन की घोषणा की। दोनों दलों के नेताओं ने इस संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की और औपचारिक रूप से गठबंधन की जानकारी दी। राज ठाकरे ने कहा कि यह गठबंधन लंबे समय से चर्चा में था और इसकी प्रतीक्षा की जा रही थी।

राज ने बताया कि यह सब उनके एक साक्षात्कार में कहे गए एक वाक्य से शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि हमारे महाराष्ट्र और मराठी मानुष किसी भी विवाद से बड़े हैं। यह केवल एक वाक्य नहीं, बल्कि एक गहरी भावना है, जिसके आधार पर दोनों दल एक साथ आए हैं। अब यह देखना है कि सीटों का बंटवारा कैसे होगा, इसके बारे में जल्द ही जानकारी मिलेगी।

राज ठाकरे ने स्पष्ट किया कि यह गठबंधन सीटों की संख्या के लिए नहीं है, बल्कि यह उन ताकतों को समाप्त करने के लिए है जो मुंबई और उसके आसपास मराठी मानुष के अस्तित्व को मिटाने की कोशिश कर रही हैं। इसलिए, सीटों के वितरण की जानकारी उचित समय पर दी जाएगी।

राज ठाकरे ने यह भी कहा कि मुंबई का महापौर निश्चित रूप से मराठी होगा। मीडिया में काम करने वाले अधिकांश लोग मराठी संस्कृति के प्रति कट्टर प्रेमी हैं और वे मराठी भाषा के खिलाफ चल रही साजिशों को पसंद नहीं करते। उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपने विवेक की आवाज को प्राथमिकता दें और सही बात कहें। यह केवल दो दलों की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह मराठी मानुष की लड़ाई है।