रवींद्र जडेजा का लॉर्ड्स टेस्ट में अद्वितीय प्रदर्शन

रवींद्र जडेजा ने लॉर्ड्स टेस्ट में अद्वितीय प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने 473 मिनट बल्लेबाजी की और 133 रन बनाए। उनकी इस मेहनत ने उन्हें क्रिकेट प्रेमियों का हीरो बना दिया है। जडेजा ने इस मैच में 7000 रन का आंकड़ा भी पार किया, जिससे वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 7000 रन और 600 विकेट लेने वाले चौथे खिलाड़ी बन गए। जानें उनके इस शानदार प्रदर्शन के बारे में और कैसे उन्होंने इतिहास रचा।
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रवींद्र जडेजा का लॉर्ड्स टेस्ट में अद्वितीय प्रदर्शन

लॉर्ड्स टेस्ट में जडेजा की शानदार बल्लेबाजी

हालांकि लॉर्ड्स टेस्ट का परिणाम भारत के पक्ष में नहीं रहा, लेकिन रवींद्र जडेजा की प्रदर्शन ने उन्हें हीरो बना दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में, जडेजा ने किसी भी अन्य भारतीय बल्लेबाज की तुलना में सबसे अधिक समय क्रीज पर बिताया। उन्होंने कुल 473 मिनट तक बल्लेबाजी की, जिससे उनकी मेहनत की सराहना होना स्वाभाविक है।


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473 मिनट… जडेजा ने बनाया नया रिकॉर्ड


जडेजा ने पहली पारी में 207 मिनट बल्लेबाजी करते हुए 82 रन बनाए। दूसरी पारी में, जब भारत को 193 रन का लक्ष्य हासिल करना था, उन्होंने 266 मिनट तक बल्लेबाजी की और 61 रन बनाकर नाबाद रहे। इस प्रकार, उन्होंने कुल 473 मिनट यानी 7 घंटे और 53 मिनट बल्लेबाजी करते हुए 133 रन बनाए।


72 वर्षों में जडेजा का अनोखा रिकॉर्ड

लॉर्ड्स में खेले गए टेस्ट में दोनों पारियों में फिफ्टी प्लस स्कोर बनाने वाले जडेजा पिछले 72 वर्षों में पहले भारतीय हैं। इससे पहले, वीनू मांकड़ ने 1952 में भारत-इंग्लैंड टेस्ट की पहली पारी में 72 रन और दूसरी पारी में 183 रन बनाए थे।


इसके अलावा, जडेजा ने इस टेस्ट के दौरान अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 7000 रन भी पूरे किए। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 7000 से अधिक रन और 600 से अधिक विकेट लेने वाले चौथे खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले, कपिल देव, शॉन पोलाक और शाकिब अल हसन ने यह उपलब्धि हासिल की थी।