रवींद्र चव्हाण बने महाराष्ट्र भाजपा के नए अध्यक्ष

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने रवींद्र चव्हाण को महाराष्ट्र भाजपा का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति मुंबई महानगर क्षेत्र में होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। चव्हाण की राजनीतिक यात्रा आरएसएस से शुरू हुई थी, और उन्होंने भाजपा में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उनकी संगठनात्मक क्षमताओं और जमीनी स्तर पर जुड़ाव के कारण उन्हें भाजपा के अभियान का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जानें उनके राजनीतिक सफर और आगामी चुनावों में उनकी भूमिका के बारे में।
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रवींद्र चव्हाण बने महाराष्ट्र भाजपा के नए अध्यक्ष

भाजपा में नई नेतृत्व नियुक्ति

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को रवींद्र चव्हाण को महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी का नया अध्यक्ष नियुक्त करने की आधिकारिक घोषणा की। यह घोषणा मुंबई स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में की गई, जहां रिजिजू और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उपस्थित थे। चव्हाण को निर्विरोध चुना गया, और रिजिजू को इस चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक और चुनाव प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया था।


स्थानीय निकाय चुनावों से पहले महत्वपूर्ण नियुक्ति

रवींद्र चव्हाण की यह पदोन्नति ऐसे समय में हुई है जब मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं, जिसमें ठाणे और कल्याण-डोंबिवली नगर निगम जैसे महत्वपूर्ण निकाय शामिल हैं। चव्हाण को उनके संगठनात्मक कौशल और जमीनी स्तर पर जुड़ाव के लिए जाना जाता है, और उनसे भाजपा के अभियान का नेतृत्व करने की उम्मीद की जा रही है। देवेंद्र फडणवीस के करीबी सहयोगी के रूप में, चव्हाण को इस क्षेत्र में भाजपा के आधार को बढ़ाने का श्रेय दिया जाता है।


राजनीतिक यात्रा की शुरुआत

चव्हाण ने अपनी राजनीतिक यात्रा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से शुरू की और भाजपा में आगे बढ़ते हुए 2002 में भारतीय युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। उन्होंने 2005 में पार्षद, 2007 में स्थायी समिति के अध्यक्ष और 2009 में विधायक के रूप में कार्य किया। फडणवीस के साथ उनके करीबी संबंधों के कारण, वे 2016 में राज्य मंत्री बने और बाद में शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में लोक निर्माण विभाग का कार्यभार संभाला।