रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल से लिया संन्यास, क्रिकेट में छोडा अनोखा योगदान

भारत के प्रमुख क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल से संन्यास लेने की घोषणा की है। उन्होंने अपने करियर में कई अनोखे फैसले लिए, जैसे मांकडिंग और रिटायर्ड आउट का चलन। जानें उनके क्रिकेट करियर की खास बातें और उनके योगदान के बारे में।
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रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल से लिया संन्यास, क्रिकेट में छोडा अनोखा योगदान

रविचंद्रन अश्विन का आईपीएल करियर समाप्त

लंबे समय से चल रही चर्चाओं के बीच, भारत के प्रमुख क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग से अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने आईपीएल में पांच टीमों - चेन्नई सुपर किंग्स, राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स, पंजाब किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के लिए खेला। अपने 16 साल के करियर में, अश्विन ने 221 मैचों में 833 रन बनाए और 187 विकेट लिए। वह आईपीएल के इतिहास में पांचवें सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में रिटायर हुए।


अश्विन का अनोखा आईपीएल सफर

अश्विन का आईपीएल करियर केवल बल्लेबाजी, गेंदबाजी या कप्तानी के लिए नहीं जाना जाएगा, बल्कि उनके द्वारा किए गए क्रांतिकारी निर्णयों के लिए भी याद किया जाएगा। मांकडिंग को रन आउट के रूप में मान्यता दिलाने में उनका बड़ा योगदान रहा है। इसके अलावा, उन्होंने रिटायर आउट को भी एक नया चलन दिया, जिससे वह आईपीएल में इस तरह आउट होने वाले पहले खिलाड़ी बने।


मांकडिंग पर विवाद

मांकडिंग से मचाया बवाल
आईपीएल 2019 में, पंजाब किंग्स के कप्तान के रूप में, अश्विन ने राजस्थान रॉयल्स के एक खिलाड़ी को मांकडिंग के जरिए नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट किया। इस घटना ने क्रिकेट की भावना पर सवाल उठाए, जिससे खिलाड़ियों, कमेंटेटर्स और बीसीसीआई अधिकारियों के बीच मतभेद उत्पन्न हुए। हालांकि, अश्विन हमेशा इस नियम के पक्ष में रहे। आईसीसी ने अंततः मांकडिंग को रन आउट की श्रेणी में डाल दिया, जिससे बल्लेबाज को आउट माना जाने लगा।


रिटायर्ड आउट का चलन

रिटायर्ड आउट
आईपीएल 2022 में, जब अश्विन राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल रहे थे, तब उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ रिटायर्ड आउट होने का अनुभव किया। उन्होंने 23 गेंदों पर 28 रन बनाए थे। इसके बाद रियान पराग बल्लेबाजी के लिए आए। इस घटना के बाद आईपीएल में रिटायर्ड आउट होने का चलन बढ़ गया।