रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का INS विक्रांत पर संबोधन: समुद्री शक्ति का गर्व
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना के जहाज INS विक्रांत पर अपने संबोधन में भारत की समुद्री शक्ति का गर्व व्यक्त किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान के प्रति भारत की मजबूत प्रतिक्रिया पर चर्चा की। राजनाथ ने कहा कि भारतीय नौसेना की तैयारी ने दुश्मन को दंग कर दिया है। जानें इस संबोधन में और क्या कहा गया।
May 30, 2025, 12:41 IST
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रक्षा मंत्री का INS विक्रांत पर दौरा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस विक्रांत पर जाकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि इस जहाज पर आकर उन्हें अत्यधिक खुशी महसूस हो रही है। जब वह भारत की समुद्री शक्ति के प्रतीक INS विक्रांत पर खड़े होते हैं, तो उन्हें गर्व और आत्मविश्वास का अनुभव होता है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा आपके मजबूत हाथों में है, तब तक कोई भी भारत को संदेह की दृष्टि से नहीं देख सकता। विक्रांत का अर्थ है - अदम्य साहस और अजेय शक्ति, और आपकी दृढ़ता भारत की असली ताकत को दर्शाती है।
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए राजनाथ ने कहा कि भारत अब सहन नहीं करता, बल्कि जवाब देता है। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान ने गलती की, तो भारत उचित कार्रवाई करेगा। उन्होंने सभी को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए बधाई दी। पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, तो हमारे सशस्त्र बलों की कार्रवाई की गति और स्पष्टता अद्भुत थी। इससे आतंकियों और उनके समर्थकों को स्पष्ट संदेश मिला कि भारत अब बर्दाश्त नहीं करेगा।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत का हमला इतना प्रभावशाली था कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत को रोकने की गुहार लगाई। हमने अपनी शर्तों पर सैन्य कार्रवाइयों को रोका। इस एकीकृत ऑपरेशन में नौसेना की भूमिका महत्वपूर्ण रही। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वायुसेना ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिससे पाकिस्तानी नौसेना को अपने तटों तक सीमित रहना पड़ा।
हमले की तत्परता
उन्होंने बताया कि हमारे पश्चिमी बेड़े के जहाजों ने आतंकवादी हमले के 96 घंटों के भीतर कई सफल हमले किए, जो हमारी युद्ध तत्परता को दर्शाते हैं। इन सटीक हमलों ने दुश्मन के खिलाफ हमारी मंशा और तत्परता को स्पष्ट किया और उन्हें रक्षात्मक स्थिति में आने के लिए मजबूर किया। आपकी मजबूत तैयारी ने दुश्मन के मनोबल को पहले ही तोड़ दिया है।
पाकिस्तान की चिंता
राजनाथ ने स्पष्ट किया कि आपकी तैयारी ही पाकिस्तान के लिए काफी थी। आपको कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं पड़ी; दुश्मन आपकी तैयारी से ही प्रभावित हो गया। पाकिस्तान को भारतीय नौसेना की ताकत, सैन्य कौशल और विध्वंसक क्षमताओं का एहसास था, और वे इससे डरते भी थे।