योगी सरकार के 8 साल: लखनऊ में नई किताब का विमोचन
लखनऊ में किताब का विमोचन
लखनऊ में 'गतिमान उत्तर प्रदेश: योगी सरकार के बेमिसाल 8 साल' शीर्षक से एक नई किताब का विमोचन किया गया, जिसमें योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में उत्तर प्रदेश में हुए विकास कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया गया है।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यूपी विधानसभा के स्पीकर सतीश महाना ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वतंत्रता के बाद भारत के लिए निर्धारित दृष्टिकोण को साकार करने में जुटे हुए हैं।
कार्यक्रम का आयोजन
यह विमोचन समारोह मंगलवार को लखनऊ के विश्वेश्वरैया सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और महिला कल्याण, बाल विकास एवं पोषण मंत्री बेबी रानी मौर्य विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम में राजनीतिक, सामाजिक, प्रशासनिक और साहित्यिक क्षेत्रों से जुड़े कई प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया। सतीश महाना ने अपने संबोधन में कहा कि आज़ादी के बाद हमारे वीर सपूतों ने जिस भारत की कल्पना की थी, उसे साकार करने की दिशा में निरंतर प्रयास हो रहे हैं।
योगी सरकार की उपलब्धियां
महाना ने कहा, "उत्तर प्रदेश के इतिहास को एक नई पहचान मिली है, जिस पर हर नागरिक गर्व कर सकता है। राज्य में संत-राजा के नेतृत्व में सुशासन की स्थापना हो रही है।" उन्होंने योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि यूपी अब निवेश, रोजगार सृजन और औद्योगिक विकास में एक आदर्श राज्य बन चुका है।
महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि योगी सरकार ने महिलाओं, बच्चों और समाज के कमजोर वर्गों के लिए कई ठोस नीतियां बनाई हैं, जिससे सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले आठ वर्षों में राज्य ने अभूतपूर्व प्रगति की है।
किताब की विशेषताएँ
मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने किताब की सराहना की, जिसमें कानून व्यवस्था, ई-गवर्नेंस और निवेश में बदलावों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया है। लेखक डॉ. शीलवंत सिंह ने बताया कि इस किताब का उद्देश्य योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की वास्तविक तस्वीर को सरलता से प्रस्तुत करना है।
यह किताब कृषि, उद्योग, पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, और रोजगार के क्षेत्रों में किए गए प्रयासों को दर्शाती है। इसमें महाकुंभ 2025, वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना, फिल्म सिटी प्रोजेक्ट, और अयोध्या तथा वाराणसी के सांस्कृतिक उत्थान जैसे 22 विषय शामिल हैं।
