योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक सेवा संघ सम्मेलन में सुशासन पर जोर दिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक सेवा संघ के 42वें सम्मेलन में भाग लिया, जहाँ उन्होंने न्याय को सुलभ और त्वरित बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि सामूहिक प्रगति राष्ट्रीय विकास में योगदान करती है। इस अवसर पर, उन्होंने संघ को 50 करोड़ रुपये की निधि देने की घोषणा की। योगी ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प को भी रेखांकित किया।
Aug 23, 2025, 14:20 IST
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मुख्यमंत्री का उद्घाटन भाषण
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा संघ के 42वें सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि यदि देश को सुशासन की दिशा में आगे बढ़ना है, तो न्याय को सुलभ और त्वरित बनाना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने गर्व से बताया कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय, न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या के मामले में, देश का सबसे बड़ा उच्च न्यायालय है और यहाँ कार्यरत न्यायाधीशों की संख्या भी सबसे अधिक है।
न्यायिक सेवा संघ की उपलब्धियाँ
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा संघ ने अपने 102 वर्षों के इतिहास में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। यहाँ उपस्थित न्यायिक अधिकारी एकता, सहयोग और व्यावसायिक दक्षता का प्रतीक हैं। इस अवसर पर, उन्होंने सभी का हार्दिक अभिनंदन किया और कहा कि यह गर्व की बात है कि देश का सबसे बड़ा उच्च न्यायालय हमारे राज्य में स्थित है। उन्होंने यह भी बताया कि सामूहिक प्रगति हर स्तर पर राष्ट्रीय विकास में योगदान करती है।
प्रधानमंत्री मोदी का योगदान
योगी ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को एक विकसित भारत के लक्ष्य के साथ एकजुट किया है। उन्होंने कहा कि यदि हम राज्य में काम कर रहे हैं, तो यह एक विकसित उत्तर प्रदेश और अंततः एक विकसित भारत में योगदान देगा। उन्होंने यह भी कहा कि सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए न्याय को सुलभ और त्वरित बनाना आवश्यक है।
निधि की घोषणा
इस कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा संघ को 50 करोड़ रुपये की निधि देने की घोषणा की। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने बाबूजी के कार्यकाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने दिखाया कि कैसे राज्य में सुशासन और कानून का राज स्थापित किया जा सकता है।