योगी आदित्यनाथ ने जीएसटी सुधारों को बताया दिवाली का उपहार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी दरों में किए गए सुधारों की सराहना की। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से देशवासियों के लिए दिवाली का उपहार बताया। लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, आदित्यनाथ ने जीएसटी दरों में महत्वपूर्ण परिवर्तनों के लिए प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे कर सुधारों के अभियान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया।
जीएसटी सुधारों का महत्व
आदित्यनाथ ने कहा कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन प्रधानमंत्री मोदी को जीएसटी सुधारों के लिए धन्यवाद देने और उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त करने के लिए किया गया है। उन्होंने इसे कर सुधारों की दिशा में एक बड़ा कदम बताया और कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की ओर से देशवासियों के लिए एक सच्चा दिवाली का उपहार है।
मुख्यमंत्री ने भारत में कर प्रणाली के विकास पर चर्चा करते हुए कहा कि जीएसटी के लागू होने से पहले कई प्रकार के कर जैसे वैट, उत्पाद शुल्क और बिक्री कर होते थे, लेकिन अब जीएसटी के माध्यम से कर प्रणाली को एकीकृत किया गया है।
जीएसटी संग्रह में वृद्धि
आदित्यनाथ ने जीएसटी संग्रह में हुई वृद्धि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कुल जीएसटी राजस्व 22.80 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। उन्होंने कहा कि 2017 में पहले 7 लाख करोड़ रुपये का संग्रह किया गया था, और अब करदाताओं की संख्या बढ़कर 1.52 करोड़ हो गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि जीएसटी संग्रह ₹22.80 लाख करोड़ तक पहुँच गया है, जबकि 2017 में पहले ₹7 लाख करोड़ का संग्रह दर्ज किया गया था।
जीएसटी परिषद की बैठक में निर्णय
3 सितंबर को आयोजित 56वीं जीएसटी परिषद की बैठक में 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की दरों को मिलाकर जीएसटी दरों को 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के दो स्लैब में युक्तिसंगत बनाने का निर्णय लिया गया। 5 प्रतिशत के स्लैब में आवश्यक वस्तुएं और सेवाएं शामिल हैं, जैसे मक्खन, घी, पनीर, डेयरी स्प्रेड, पहले से पैक नमकीन, भुजिया, मिक्सचर और बर्तन जैसे खाद्य और रसोई के सामान, कृषि उपकरण, हस्तशिल्प और लघु उद्योग, तथा चिकित्सा उपकरण और नैदानिक किट।