योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर गाजियाबाद के विकास की योजना का अनावरण किया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर गाजियाबाद के विकास के लिए एक नई योजना का अनावरण किया है। इस योजना में लोनी, खोड़ा और मुरादनगर नगर पालिका परिषदों का समावेश किया गया है। योगी ने गाजियाबाद के नए रूप और स्वच्छता की प्रशंसा की, साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं के लिए शुभारंभ किट भी प्रदान की। इस योजना के तहत विकास और बुनियादी सुविधाओं पर भी चर्चा की गई।
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योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर गाजियाबाद के विकास की योजना का अनावरण किया

मुख्यमंत्री का विकास योजना का अनावरण

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को ग्रेटर गाजियाबाद के लिए एक नई विकास योजना का अनावरण किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह योजना जिले के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। सीएम ने बताया कि नगर निगम में लोनी, खोड़ा और मुरादनगर नगर पालिका परिषदें शामिल होंगी। लोनी गाजियाबाद के उत्तरी हिस्से में स्थित है, मुरादनगर उत्तर-पूर्व में है, और खोड़ा जिले के दक्षिणी क्षेत्र में है। 


गाजियाबाद का नया चेहरा

योगी ने कहा कि गाजियाबाद अब एक नए रूप में उभर रहा है। जहां पहले गैंगवार और अपराधों की कहानियाँ सुनाई देती थीं, वहीं अब यह एक स्वच्छ और सुव्यवस्थित शहर का उदाहरण बन गया है। उन्होंने कहा कि यह शहर दुनिया के 50 सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल हो सकता है। किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह 12 लेन वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा और देश का पहला शहर बनेगा जहां रैपिड रेल चलेगी। जहां पहले कूड़े के ढेर होते थे, अब वहां सिटी फॉरेस्ट हैं।


कैलाश मानसरोवर यात्रा का शुभारंभ

सीएम ने कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं को शुभारंभ किट प्रदान की। उन्होंने यात्रियों का स्वागत करते हुए सुखद यात्रा की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवाधिदेव महादेव से प्रार्थना करता हूं कि सभी पर कृपा बनी रहे। दर्शन करके आने वाले सभी यात्रियों को यूपी सरकार की ओर से एक-एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। कैलाश मानसरोवर भवन यात्रियों की सुविधा के लिए स्थापित किया गया था, और आज 200 से अधिक श्रद्धालु इस भवन में यात्रा का हिस्सा बनने जा रहे हैं। 


विकास योजनाओं पर चर्चा

सीएम ने बाबा दुग्धेश्वरनाथ मंदिर कॉरिडोर निर्माण और अन्य विकास कार्यक्रमों पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि बीसीसीआई ने स्टेडियम बनाने के लिए पहले ही जमीन ली थी, लेकिन काम आगे नहीं बढ़ा। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को निर्देश दिया गया है कि वह उस भूमि का उपयोग कर स्टेडियम का निर्माण करे और उसका संचालन करे।