योग से सर्दी, खांसी और जुकाम का उपचार: सरल टिप्स

सर्दी, खांसी और जुकाम के लिए योग टिप्स
सर्दी, खांसी और जुकाम के लिए योग टिप्स: मौसम में बदलाव के कारण कई बार वाइरल संक्रमण के चलते गले और फेफड़ों में श्लेष्मा जमा हो जाती है, जो खांसी का कारण बनती है। इसे कफ कहा जाता है। यदि आप खांसी या जुकाम से परेशान हैं, तो बिना दवा के भी रोज़ सिर्फ दस मिनट इस मुद्रा का अभ्यास करके कफ से राहत पा सकते हैं।
अंगुष्ठ मुद्रा का अभ्यास
मुद्रा - कफ, खांसी और जुकाम के लिए योग
बाएं हाथ का अंगूठा सीधा खड़ा करें और दाहिने हाथ से बाएं हाथ की अंगुलियों को पकड़ें। दोनों पंजों को इस तरह जोड़ें कि दाहिना अंगूठा बाएं अंगूठे को बाहर से कवर कर ले। इस प्रकार जो मुद्रा बनेगी, उसे अंगुष्ठ मुद्रा कहा जाएगा।

इस मुद्रा के लाभ
लाभ
अंगूठे में अग्नि तत्व होता है, और इस मुद्रा के अभ्यास से शरीर में गर्मी बढ़ने लगती है। इससे शरीर में जमा कफ सूखकर समाप्त हो जाता है। सर्दी, जुकाम और खांसी जैसी समस्याओं में यह मुद्रा बहुत फायदेमंद होती है। यदि ठंड के कारण शरीर में कपकपी होने लगे, तो इस मुद्रा का अभ्यास लाभकारी होता है। रोज़ दस मिनट इस मुद्रा का अभ्यास करने से कफ जल्दी सूख जाता है। इसके साथ ही, थोड़ा सा सेंधा नमक चूसने से भी लाभ होता है। सुबह की कोमल धूप में बैठकर दाएं नथुने से श्वास लें और सवा मिनट रोकें, फिर बाएं नथुने से छोड़ें। ऐसा 3-4 बार करने से कफ की समस्या दूर हो जाएगी।