यूपी राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में आरएसएस का इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने आरएसएस के इतिहास को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने गांधी जयंती के अवसर पर इस घोषणा की। यह विषय ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों में जोड़ा जाएगा, जिससे भारतीय ज्ञान परंपरा को बढ़ावा मिलेगा। जानें इस निर्णय का उद्देश्य और विश्वविद्यालय के अन्य पाठ्यक्रमों के बारे में।
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यूपी राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में आरएसएस का इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल

आरएसएस का इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल

यूपी राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में आरएसएस का इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल

आरएसएस के इतिहास को सिलेबस में शामिल किया जाएगा.
Image Credit source: UPRTOU

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इतिहास को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। यह जानकारी कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने दी। आइए जानते हैं कि यह विषय किस कोर्स में जोड़ा जाएगा।

विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. प्रभात चन्द्र मिश्र ने बताया कि कुलपति ने गांधी जयंती के अवसर पर इस निर्णय की घोषणा की। आरएसएस के इतिहास को भारतीय ज्ञान परंपरा के अंतर्गत ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाएगा।

प्रो. सत्यकाम ने कहा कि आरएसएस और भारतीय ज्ञान परंपरा के बीच गहरा संबंध है। आरएसएस की विचारधारा में भारतीय संस्कृति और ज्ञान का महत्वपूर्ण स्थान है। यह केवल धार्मिक या दार्शनिक विचारों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सामाजिक, राजनीतिक और नैतिक मूल्य भी शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि आरएसएस भारतीय ज्ञान परंपरा के विभिन्न पहलुओं जैसे वसुधैव कुटुम्बकम, सहिष्णुता, आत्मनिर्भरता और स्वदेशी पर जोर देता है। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों और विचारों को बढ़ावा देना है, जिससे भारतीय समाज को मजबूत और एकजुट किया जा सके। कुलपति ने कहा कि इस कदम से युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना और विकसित राष्ट्र की अवधारणा को साकार करने में मदद मिलेगी।

UPRTOU के पाठ्यक्रम: विश्वविद्यालय में यूजी-पीजी के कितने कोर्स?

यह विश्वविद्यालय अंडरग्रेजुएट स्तर पर बी.एससी, बीसीए जैसे विभिन्न पाठ्यक्रम संचालित करता है। वहीं, पीजी स्तर पर एमएससी, एमबीए, एमए और एमएड के पाठ्यक्रम भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा और पीएचडी के पाठ्यक्रम भी यहां चलाए जाते हैं। यह यूपी का सबसे बड़ा मुक्त विश्वविद्यालय है और एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 में ओपन यूनिवर्सिटी कैटेगरी में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।

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