यूपी में प्रेमी युगल के शव की बरामदगी: संदिग्ध आत्महत्या का मामला

ललितपुर में बेतवा नदी के किनारे एक प्रेमी युगल के शव मिले हैं, जो एक-दूसरे के गले में हाथ डाले हुए थे। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई गई है कि दोनों ने आत्महत्या की। पुलिस ने शवों की पहचान की और परिजनों से जानकारी ली। दोनों के परिवारों ने उनके रिश्ते को स्वीकार नहीं किया, जिससे यह घटना हुई। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की जांच के बारे में।
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यूपी में प्रेमी युगल के शव की बरामदगी: संदिग्ध आत्महत्या का मामला

प्रेमी युगल का शव बेतवा नदी के किनारे मिला


उत्तर प्रदेश के ललितपुर में बेतवा नदी के किनारे एक प्रेमी युगल के शव मिले हैं। दोनों एक-दूसरे के गले में हाथ डाले हुए थे और उनके मुंह से झाग निकल रहा था। उनके पैरों में बोरी बंधी हुई थी। सबसे पहले क्रिकेट खेल रहे बच्चों ने शवों को देखा और शोर मचाया, जिसके बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घटनास्थल पर सिगरेट और दोनों की चप्पलें भी पाई। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई गई है कि प्रेम संबंधों के चलते दोनों ने आत्महत्या की।


पुलिस ने स्थानीय निवासियों से पूछताछ की, जिन्होंने बताया कि ये दोनों नदी के आसपास के निवासी नहीं हैं। इसके बाद पुलिस ने शवों की पहचान के लिए फोटो सर्कुलेट की। लगभग दो घंटे बाद, लड़के की पहचान तालबेहट के मोहल्ला चौबयाना निवासी बालकिशन (21) और लड़की रिमझिम उर्फ मुनमुन के रूप में हुई। दोनों के परिजन मौके पर पहुंचे और बताया कि वे रविवार की शाम से लापता थे। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।


रिंग सेरेमनी से पहले की घटना

मंगलवार को दोनों का पोस्टमॉर्टम किया गया, जिसमें परिवार के सदस्य मौजूद रहे। रिमझिम के भाई ने बताया कि वह इंटर की छात्रा थी और उनके परिवार में दो भाई और एक बहन थी। वहीं, बालकिशन के पिता काशीराम ने कहा कि उनका बेटा पढ़ाई में कमजोर था और एक होटल में वेटर का काम करता था। बालकिशन की सगाई एक अन्य लड़की से हो चुकी थी और सोमवार को उसकी गोद भराई की तैयारी चल रही थी।


काशीराम ने बताया कि रविवार को बालकिशन ने अपनी मां से कहा था कि वह भागवत कथा सुनने जा रहा है, जिसके बाद वह घर नहीं लौटा। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बेटे का रिमझिम से कोई संपर्क नहीं था और वह कभी उनके घर नहीं आई।


पड़ोसियों का मानना है कि दोनों के परिवारों ने उनके रिश्ते को स्वीकार नहीं किया, जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया।


मौत की जांच जारी

पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि उनकी मौत प्वाइजनिंग के कारण हुई। हालांकि, मौत का सही कारण जानने के लिए बिसरा सुरक्षित किया गया है। रिमझिम का अंतिम संस्कार तालबेहट क्षेत्र के कब्रिस्तान में किया गया, जबकि बालकिशन का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में हुआ।


सीओ कुलदीप सिंह ने बताया कि बेतवा नदी के किनारे शव मिलने की सूचना मिली थी और जांच जारी है। बिसरा सुरक्षित किया गया है, जिसकी रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा।