यूपी में पति पर पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप, वीडियो बनाकर किया था निर्वस्त्र

उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक पत्नी ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उसने कहा कि पति उसे अपने दोस्तों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर कर रहा था। इस घटना के बाद महिला ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अंततः उसने अदालत का सहारा लिया, जिसके बाद पुलिस ने पति और उसके 13 दोस्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया। जानें इस मामले की पूरी कहानी और अदालत के आदेश के बाद क्या हुआ।
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यूपी में पति पर पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप, वीडियो बनाकर किया था निर्वस्त्र

पति पर पत्नी के संगीन आरोप

यूपी में पति पर पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप, वीडियो बनाकर किया था निर्वस्त्र


उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक पत्नी ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने कहा है कि पति उसे अपने दोस्तों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर कर रहा था। आरोप है कि पति और उसके दोस्तों ने विवाहिता को जबरन निर्वस्त्र कर एक वीडियो भी बनाया। इस घटना की शिकायत करने के बाद भी जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो महिला ने अदालत का सहारा लिया। अदालत के निर्देश पर पुलिस ने बरेली निवासी पति समेत 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।


मिलक थाना क्षेत्र के लोहा पट्टी भोलानाथ की निवासी विवाहिता ने अदालत में शिकायत पत्र में बताया कि उसकी शादी बरेली जिले के सुभाषनगर रेलवे कॉलोनी के एक युवक से हुई थी। प्रारंभ में सब कुछ सामान्य था, लेकिन बाद में पति ने उसे दबाव में डालना शुरू कर दिया। वह अपने दोस्तों को घर बुलाने लगा और पत्नी पर उनके साथ संबंध बनाने का दबाव डालने लगा। जब पत्नी ने इनकार किया, तो उसे निर्वस्त्र कर वीडियो बनाने की घटना को अंजाम दिया गया।


विवाहिता ने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने विरोध किया, तो उसके साथ मारपीट की गई। शोर मचाने पर सभी लोग भाग गए और उसे जान से मारने की धमकी दी गई। उसने सिविल लाइंस थाने में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने अदालत का रुख किया।


अदालत ने पीड़िता की बात सुनने के बाद पुलिस को एफआईआर दर्ज करने और मामले की जांच करने का आदेश दिया। अदालत के आदेश के बाद पुलिस ने ओमकार, सरनाम, प्रेम सक्सेना, अभय, राज, नन्नू, भूरी, अभय, आकाश, चुचरू, मधु, अभय श्रीवास्तव और रवि सक्सेना के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सिविल लाइंस थाना प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि अदालत के आदेश पर शिकायत पत्र के आधार पर केस दर्ज किया गया है और मामले की जांच जारी है।