यूपी बोर्ड में वोकेशनल पाठ्यक्रम में बदलाव, नया सिलेबस 2026-27 से लागू होगा

यूपी बोर्ड का नया फैसला

यूपी बोर्डImage Credit source: UP Board FB page
यूपी बोर्ड: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यूपी बोर्ड से जुड़े स्कूलों में पढ़ाए जा रहे वोकेशनल विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा। इस बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यूपी बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में कुल 46 व्यावसायिक वोकेशनल विषय पढ़ाए जाते हैं। नया पाठ्यक्रम शैक्षणिक सत्र 2026-27 से लागू होने की संभावना है।
आइए जानते हैं कि यूपी बोर्ड के वोकेशनल विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव की क्या योजनाएं हैं और यह किस प्रकार के संस्थानों में लागू होगा।
NCERT का पाठ्यक्रम लागू होगा
NCERT का सिलेबस लागू किया जाएगा
यूपी बोर्ड अपने वोकेशनल विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव करने की योजना बना रहा है। इसके तहत, नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) के वोकेशनल सिलेबस को अपनाया जाएगा। यूपी बोर्ड अपने पाठ्यक्रम को एनसीईआरटी की इकाई, पंडित सुंदरलाल शर्मा केंद्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान (PSSCIVE) भोपाल द्वारा विकसित पाठ्यक्रम से अपडेट करेगा।
पाठ्यक्रम में क्या बदलाव होंगे
ये होगा बदलाव
यूपी बोर्ड कई वोकेशनल विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव करने जा रहा है। इसमें मोबाइल रिपेयरिंग, ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी और कृषि जैसे विषय शामिल हैं। पुरानी पाठ्य सामग्री को नई तकनीक के अनुसार अपडेट किया जाएगा। फोटोग्राफी जैसे विषयों को डिजिटल प्रारूप में परिवर्तित किया जाएगा, जिसमें इमेज क्वालिटी, डिजिटल डिजाइन और फोटो एडिटिंग जैसे नए मॉड्यूल जोड़े जाएंगे।
छात्रों के लिए लाभकारी बदलाव
छात्रों के लिए फायदेमंद होगा ये बदलाव
यूपी बोर्ड का यह नया पाठ्यक्रम छात्रों के लिए फायदेमंद साबित होगा। अधिकारियों के अनुसार, यह बदलाव वोकेशनल विषयों के पाठ्यक्रम को अपडेट करेगा, जिससे छात्र वर्तमान उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार हो सकेंगे। इससे स्किल्स वर्क फोर्स की मांग और रोजगार के रुझानों के बीच की खाई को पाटने में मदद मिलेगी।
समीक्षा के बाद लागू होगा नया सिलेबस
कमेटी करेगी नए सिलेबस की समीक्षा
यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि नए पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने और इसे 28,000 से अधिक संस्थानों में लागू करने के लिए चर्चा चल रही है। नया सिलेबस कमेटी की समीक्षा के बाद ही लागू किया जाएगा। सभी 46 वोकेशनल विषयों के पाठ्यक्रम में आवश्यक बदलाव के लिए पॉलिटेक्निक, विश्वविद्यालयों और इंजीनियरिंग संस्थानों के विशेषज्ञों की एक टीम बनाई जा रही है।
अन्य जानकारी
ये भी पढ़ें-Internship: जल शक्ति मंत्रालय में करें इंटर्नशिप, 15,000 रुपये का स्टाइपेंड भी मिलेगा