यूपी की महिला ने बचाई हजारों यात्रियों की जान, टूटी पटरी पर दिखाई सूझबूझ

उत्तर प्रदेश के एटा जिले की एक महिला ने अपनी सूझबूझ से हजारों यात्रियों की जान बचाई। जब उसने रेलवे की टूटी पटरी देखी, तो उसने तुरंत कार्रवाई की। लाल कपड़ा बांधकर और अपनी साड़ी का पल्लू लहराकर उसने लोको पायलट का ध्यान आकर्षित किया, जिससे ट्रेन समय पर रुक गई। जानें इस बहादुर महिला की कहानी और उसकी सूझबूझ के बारे में।
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यूपी की महिला ने बचाई हजारों यात्रियों की जान, टूटी पटरी पर दिखाई सूझबूझ

महिला की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा

यूपी की महिला ने बचाई हजारों यात्रियों की जान, टूटी पटरी पर दिखाई सूझबूझ


रेल यात्रा हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। हालांकि, कभी-कभी रेल दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है, खासकर जब पटरियां क्षतिग्रस्त हों। रेलवे कर्मचारी नियमित रूप से पटरियों की जांच करते हैं, लेकिन अगर वे ऐसा न कर सकें तो क्या होगा? इसी चिंता को एक ग्रामीण महिला ने समझा और उसकी सूझबूझ ने हजारों यात्रियों की जान बचा ली।


एटा की ओमवती की कहानी

यह घटना उत्तर प्रदेश के एटा जिले की है। ओमवती नाम की महिला, जो अवावगढ़ के गुलरिया गांव की निवासी है, सुबह करीब 8 बजे अपने खेत की ओर जा रही थी। रास्ते में कुलबा रेलवे हाल्ट स्टेशन के पास उसे टूटी हुई पटरी दिखाई दी। उसे पता था कि इस समय ट्रेन गुजरने वाली है।


यात्रियों की जान बचाने की कोशिश

ओमवती ने तुरंत अपने घर जाकर एक लाल कपड़ा लिया और वापस टूटी पटरी के पास पहुंची। उसने उस कपड़े को पटरी के पास बांध दिया और ट्रेन का इंतजार करने लगी। थोड़ी देर बाद एटा-टूंडला पैसेंजर ट्रेन की सीटी सुनाई दी। उसने अपनी साड़ी का लाल पल्लू भी लहराया।


लोको पायलट ने किया इमरजेंसी ब्रेक

ओमवती की सूझबूझ ने काम किया। लोको पायलट ने उसके लाल कपड़े और पल्लू को देखा और तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। ट्रेन टूटी पटरी से कुछ दूरी पर रुक गई। जब ड्राइवर ट्रेन से उतरा, तो ओमवती ने उसे टूटी पटरी दिखाई। इसके बाद अधिकारियों को सूचित किया गया और आधे घंटे में पटरी को ठीक किया गया। ओमवती की इस बहादुरी ने उसे सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध कर दिया है।