यूक्रेन-रूस वार्ता से पहले रूस का नया हमला, 10 वर्षीय बच्चे की मौत

यूक्रेन और रूस के बीच इस्तांबुल में होने वाली वार्ता से पहले रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर हमला किया है, जिसमें एक 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। इस हमले ने शांति वार्ता की संभावनाओं को संकट में डाल दिया है। यूक्रेनी प्रधानमंत्री ने रूस के हमलों की जानकारी देते हुए कहा कि नागरिकों पर हमले जारी हैं और उन्होंने सहयोगियों से प्रतिबंधों को कड़ा करने की मांग की है। क्या यह स्थिति दोनों नेताओं के बीच बैठक की संभावनाओं को प्रभावित करेगी? जानें पूरी कहानी में।
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यूक्रेन-रूस वार्ता से पहले रूस का नया हमला, 10 वर्षीय बच्चे की मौत

यूक्रेन और रूस के बीच वार्ता की तैयारी

यूक्रेन और रूस के बीच इस्तांबुल में तीसरे दौर की वार्ता बुधवार को शुरू होने वाली है। वार्ता से पहले, रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर हमला किया है। इस हमले में तीन शहरों को निशाना बनाया गया, जिसमें क्रामाटोर्स्क में एक 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, जबकि ओडेसा और सुमी में आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा है। इस हमले के कारण शांति वार्ता की संभावनाएं कमजोर हो सकती हैं। इसके बाद, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पुतिन से सीधे मिलने के प्रस्ताव पर पुनर्विचार किया है.


पुतिन का जेलेंस्की के प्रस्ताव पर रुख

पुतिन ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप के सबसे बड़े संघर्ष को समाप्त करने के लिए जेलेंस्की के आमने-सामने की बैठक के पिछले प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था। हालांकि, इस बार उम्मीद थी कि दोनों नेताओं के बीच बैठक संभव हो सकती है। लेकिन रूस के हालिया हमले ने इस संभावना को फिर से संकट में डाल दिया है.


यूक्रेन में आतंक की स्थिति

यूक्रेन की नई प्रधानमंत्री स्विरीडेंको ने एक्स पर जानकारी दी कि रूसियों ने नागरिकों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमले जारी रखे हैं। उन्होंने बताया कि क्रामाटोर्स्क में एक 10 वर्षीय लड़के की रूसी हवाई बम से मौत हो गई है। ओडेसा और सुमी में भी आवासीय इमारतों को निशाना बनाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन घरेलू हथियारों का उत्पादन बढ़ा रहा है और अपनी वायु रक्षा को मजबूत कर रहा है.


रूस पर प्रतिबंधों की आवश्यकता

यूक्रेन की प्रधानमंत्री ने कहा कि वे अपने सहयोगियों द्वारा पहले दिए गए समर्थन के लिए आभारी हैं। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि लोगों की जान बचाने के लिए प्रतिबंधों को कड़ा करना होगा और सहायता को तेजी से पहुंचाना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल निरंतर और सशक्त कार्रवाई ही रूसी आक्रमण को समाप्त कर सकती है.