यशस्वी जायसवाल का पहला वनडे शतक, रोहित और विराट को दिया श्रेय

विशाखापत्तनम में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए तीसरे वनडे में यशस्वी जायसवाल ने अपने करियर का पहला शतक बनाया। इस मैच में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे दक्षिण अफ्रीका को 270 रनों पर समेट दिया गया। यशस्वी ने अपने शतक का श्रेय रोहित शर्मा और विराट कोहली को दिया, जबकि कोच गौतम गंभीर का नाम उन्होंने नहीं लिया। जानें इस मैच के बारे में और क्या कहा यशस्वी ने अपने अनुभव के बारे में।
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यशस्वी जायसवाल का पहला वनडे शतक, रोहित और विराट को दिया श्रेय

यशस्वी जायसवाल का शानदार प्रदर्शन

यशस्वी जायसवाल का पहला वनडे शतक, रोहित और विराट को दिया श्रेय


यशस्वी जायसवाल: विशाखापत्तनम में भारत और दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के बीच तीन मैचों की वनडे श्रृंखला का अंतिम मुकाबला खेला गया। इस मैच में टॉस जीतकर भारतीय टीम ने पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। भारतीय गेंदबाजों ने इस मौके का भरपूर लाभ उठाते हुए दक्षिण अफ्रीका को 270 रनों पर समेट दिया।


इस मैच में कुलदीप यादव और प्रसिद्ध कृष्णा ने चार-चार विकेट लिए। बल्लेबाजी में रोहित शर्मा और विराट कोहली ने अर्धशतक बनाए, जबकि यशस्वी जायसवाल ने अपने करियर का पहला वनडे शतक बनाया।


यशस्वी जायसवाल का शतक और कोच का नजरअंदाज

यशस्वी जायसवाल का यह चौथा वनडे मैच था, जिसमें उन्होंने पहले तीन मैचों में कुछ खास नहीं किया था। इस मैच में उनके लिए प्रदर्शन करना बेहद महत्वपूर्ण था, खासकर ऋतुराज गायकवाड़ के पिछले मैच में शतक लगाने के बाद। शतक बनाने के बाद, यशस्वी ने इसका श्रेय विराट कोहली और रोहित शर्मा को दिया, जबकि कोच गौतम गंभीर का नाम उन्होंने नहीं लिया।


यशस्वी ने कहा, “बहुत-बहुत शुक्रिया। यह पारी खेलकर मुझे बहुत मजा आया। पहला वनडे शतक लगने का एहसास अद्भुत है। पिछले दो मैचों में अच्छी शुरुआत के बावजूद शतक नहीं बना पाया था, इसलिए आज का शतक खास है। रोहित भाई के साथ हमने लक्ष्य और खेल की गति पर चर्चा की।”


रोहित शर्मा का योगदान

यशस्वी ने रोहित शर्मा की तारीफ करते हुए कहा, “जब मैं अर्धशतक पूरा करने के बाद थोड़ा उत्तेजित हो गया था, रोहित भाई ने मुझे शांत रहने और योजना पर टिके रहने की सलाह दी। उनकी इस सलाह ने मुझे स्थिरता दी। मुझे अपनी आक्रामक बल्लेबाजी को नियंत्रित करना पड़ा। जब विराट भाई आए, तो सब कुछ और भी आसान हो गया। हम लगातार बात करते रहे और छोटे लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित किया। मैं इस दिन को हमेशा याद रखूंगा।”