मौत के बाद शरीर के अंग कितने समय तक जीवित रहते हैं?

मानव शरीर के अंगों की जीवित रहने की अवधि
जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो उसके शरीर को दफनाया या जलाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मृत्यु के बाद भी कई अंग जीवित रहते हैं? कई घंटों तक कुछ अंग कार्य करते रहते हैं, जिससे उन्हें अन्य मरीजों में प्रत्यारोपित किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन सा अंग सबसे लंबे समय तक जीवित रहता है। मृत्यु के बाद, शरीर के विभिन्न अंग धीरे-धीरे कार्य करना बंद कर देते हैं। जैसे ही दिल धड़कना बंद करता है, मस्तिष्क को ऑक्सीजन की आपूर्ति भी रुक जाती है। इसके बाद अन्य अंग भी निष्क्रिय होते जाते हैं।
आंखें कितनी देर तक जीवित रहती हैं?
जो लोग अंगदान करते हैं, उनकी मृत्यु के बाद आंखों को अगले 6 घंटे के भीतर निकालना आवश्यक होता है। इसके बाद इन्हें आई बैंक में रखा जाता है और जरूरतमंद मरीजों को प्रत्यारोपित किया जाता है। इसका मतलब है कि इंसान की आंखें 6 से 8 घंटे तक जीवित रहती हैं।
इन अंगों का होता है प्रत्यारोपण
आंखों के अलावा, किडनी, दिल और जिगर का भी प्रत्यारोपण किया जाता है। मृत्यु के बाद, इन अंगों की कोशिकाएं सक्रिय रहती हैं, इसलिए इन्हें कुछ घंटों के भीतर निकालकर अन्य मरीजों को दिया जा सकता है। दिल को मृत्यु के 4 से 6 घंटे के भीतर प्रत्यारोपित किया जाता है, जबकि किडनी 72 घंटे और जिगर 8 से 12 घंटे तक जीवित रहता है।
सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला अंग
यदि हम उन अंगों की बात करें जो सबसे लंबे समय तक जीवित रहते हैं, तो त्वचा और हड्डियां लगभग 5 साल तक जीवित रह सकती हैं। वहीं, दिल का वाल्व 10 साल तक जीवित रखा जा सकता है। इस जानकारी को अंगदान के लिए काम करने वाली संस्था डोनेट लाइफ की वेबसाइट पर साझा किया गया है।