मोहम्मद शमी ने मुस्लिम क्रिकेटरों की आलोचना करने वालों को दिया करारा जवाब

शमी का ट्रोलर्स पर कड़ा बयान
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी खिलाड़ी मोहम्मद शमी ने देश के मुस्लिम क्रिकेटरों की आलोचना करने वालों को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि सच्चे प्रशंसक ऐसा व्यवहार नहीं करते। शमी खुद कई बार ऑनलाइन दुर्व्यवहार का शिकार हो चुके हैं।
2017 की चैंपियंस ट्रॉफी और 2021 के टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम को मिली हार के बाद शमी को ट्रोलर्स ने काफी आलोचना का सामना किया।
टी20 विश्व कप के बाद, शमी को सोशल मीडिया पर धोखेबाज और राष्ट्र विरोधी जैसे टैग दिए गए। उन्होंने मुस्लिम क्रिकेटरों के खिलाफ आलोचना करने वालों को जवाब दिया।
शमी ने कहा कि वह इस प्रकार की ट्रोलिंग पर ध्यान नहीं देते। उन्हें अपनी जिम्मेदारी का एहसास है और वह कोई मशीन नहीं हैं। वह पूरे साल मेहनत करते हैं, कभी सफल होते हैं और कभी असफल। यह लोगों पर निर्भर करता है कि वे इसे कैसे लेते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जब आप देश के लिए खेलते हैं, तो ऐसी सभी चीजें भुला देते हैं। विकेट लेना और मैच जीतना सबसे महत्वपूर्ण होता है। वह ऐसे समय में सोशल मीडिया पर नहीं जाना चाहते। खेलते समय सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार की टिप्पणियों से दूर रहना आवश्यक है।
शमी ने ट्रोलर्स को एक नया नाम देते हुए कहा कि वे कीबोर्ड योद्धा हैं, जिन्हें सम्मानपूर्वक आलोचना करनी चाहिए। हम सफलता के लिए मेहनत करते हैं। ट्रोलर्स के पास केवल दो प्रकार की पंक्तियाँ होती हैं। सच्चे प्रशंसक ऐसा नहीं करते। अगर आपको लगता है कि आप मुझसे बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, तो यहां आकर कोशिश करें। यह अवसर हमेशा खुला है।