मैनचेस्टर टेस्ट से पहले हर्षित राणा को मिली कप्तानी की जिम्मेदारी

हर्षित राणा की किस्मत में नया मोड़

मैनचेस्टर टेस्ट: भारतीय क्रिकेट के तेज गेंदबाज हर्षित राणा के लिए हाल के दिनों में घटनाएं तेजी से बदल रही हैं। पहले वह इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में शामिल थे, लेकिन अचानक उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि, यह झटका उनके आत्मविश्वास को प्रभावित नहीं कर सका। अब मैनचेस्टर टेस्ट से पहले उनकी किस्मत एक बार फिर से चमक उठी है। आइए जानते हैं क्या है यह खबर।
हर्षित को मिली कप्तानी की बड़ी जिम्मेदारी
दिल्ली प्रीमियर लीग (DPL) 2025 के लिए नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स ने हर्षित राणा को अपनी टीम का कप्तान बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें 10 लाख रुपये में रिटेन किया गया है और टीम प्रबंधन ने उन पर भरोसा जताते हुए कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी है। यह निर्णय इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हर्षित इस समय बेहतरीन फॉर्म में हैं।
IPL 2025 में रचा था इतिहास
हर्षित राणा का नाम आईपीएल इतिहास में तब दर्ज हुआ जब उन्होंने आईपीएल 2025 के 31वें मुकाबले में पंजाब किंग्स के खिलाफ पावरप्ले में 3 विकेट लिए। इस उपलब्धि के साथ वे ऐसा करने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने। इससे पहले यह उपलब्धि केवल विदेशी गेंदबाजों के नाम थी, जैसे शोएब अख्तर, पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, और आंद्रे रसेल। यह प्रदर्शन दर्शाता है कि हर्षित न केवल शुरुआती ओवरों में प्रभावी गेंदबाजी कर सकते हैं, बल्कि मैच की दिशा भी बदल सकते हैं। उनकी तेज रफ्तार और आक्रामकता उन्हें अन्य भारतीय पेसरों से अलग बनाती है।
चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं मिला ज्यादा मौका
हर्षित को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम में शामिल किया गया था, लेकिन उन्हें केवल दो मैचों में खेलने का मौका मिला। इस दौरान वह बेंच पर बैठे रहे, जिससे उनके चयन पर सवाल उठे। हालांकि, उन्होंने कभी भी सार्वजनिक रूप से नाराजगी नहीं जताई। उनकी यह परिपक्वता भी कप्तान बनाए जाने के निर्णय का एक बड़ा कारण मानी जा रही है।
सहवाग के बेटे और कोहली के भतीजे भी हैं टूर्नामेंट का हिस्सा
दिल्ली प्रीमियर लीग 2025 में हर्षित राणा के सामने चुनौती आसान नहीं होगी। उनके खिलाफ सिमरजीत सिंह, दिग्वेश राठी, और नितीश राणा जैसे बड़े खिलाड़ियों को मोटी रकम में खरीदा गया है। वहीं, वीरेंद्र सहवाग के बेटे आर्यवीर सहवाग और विराट कोहली के भतीजे आर्यवीर कोहली जैसे युवा चेहरे भी इस टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं। इस माहौल में हर्षित को न केवल अपनी गेंदबाजी पर ध्यान देना होगा, बल्कि टीम को रणनीतिक रूप से भी आगे ले जाना होगा। कप्तान के रूप में उनका यह पहला अनुभव है, इसलिए सभी की नजरें अब उन पर टिकी रहेंगी।