मैथिली ठाकुर की राजनीतिक यात्रा: अलीनगर सीट का इतिहास और भविष्य

मैथिली ठाकुर, जो गायकी से राजनीति में कदम रख रही हैं, अलीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर चर्चा कर रही हैं। हाल ही में बीजेपी में शामिल हुईं मैथिली का राजनीतिक सफर अब शुरू हो चुका है। जानें इस सीट का इतिहास और मैथिली की पृष्ठभूमि के बारे में। क्या वह इस चुनाव में सफल होंगी? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
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मैथिली ठाकुर की राजनीतिक यात्रा: अलीनगर सीट का इतिहास और भविष्य

मैथिली ठाकुर का राजनीतिक सफर

मैथिली ठाकुर की राजनीतिक यात्रा: अलीनगर सीट का इतिहास और भविष्य

मैथिली ठाकुर

गायकी की दुनिया से राजनीति में कदम रखने वाली मैथिली ठाकुर के चुनावी मैदान में उतरने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि वह दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी या नहीं। हाल ही में, उन्होंने बीजेपी में शामिल होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की उपस्थिति में यह प्रक्रिया संपन्न हुई। लेकिन, अलीनगर सीट का इतिहास क्या है, यह जानना भी जरूरी है।

अलीनगर विधानसभा सीट का महत्व

दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट को एक महत्वपूर्ण सीट माना जाता है। यह सामान्य कोटे की सीट है और 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। 2020 के विधानसभा चुनाव में, वीआईपी के मिश्री लाल यादव ने आरजेडी के विनोद मिश्रा को हराया था। मिश्री लाल को 61082 वोट मिले, जबकि विनोद मिश्रा को 57981 वोट मिले।

आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी की जीत

2015 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बीजेपी के मिश्री लाल यादव को लगभग 13460 वोटों से हराया था। अब्दुल बारी को 67,461 वोट मिले थे, जबकि मिश्री लाल को 54,001 वोट मिले। इससे पहले, 2010 में भी अब्दुल बारी ने चुनाव जीता था।

2020 में सीट का परिवर्तन

हालांकि, 2020 में यह सीट वीआईपी के खाते में चली गई थी। इसके बाद, मिश्री लाल ने बीजेपी का दामन थाम लिया, लेकिन उन्हें कोर्ट के मामलों का सामना भी करना पड़ा। अलीनगर विधानसभा 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी, पहले यह मनीगाछी विधानसभा का हिस्सा थी। अब इस सीट पर मैथिली के चुनावी उम्मीदवार बनने की चर्चा चल रही है।

बीजेपी नेताओं से मुलाकात

हाल ही में, मैथिली ने पटना में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद से यह चर्चा तेज हो गई थी कि वह बीजेपी में शामिल होंगी और चुनाव लड़ेंगी। 14 अक्टूबर को उन्होंने बीजेपी में शामिल होकर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की।

मैथिली ठाकुर की राजनीतिक यात्रा: अलीनगर सीट का इतिहास और भविष्य

मैथिली ठाकुर की पृष्ठभूमि

मैथिली ठाकुर बिहार की प्रसिद्ध लोकगायिका हैं, जिनका जन्म 25 जुलाई 2000 को मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में हुआ। वह हिंदी, मैथिली, भोजपुरी, बंगाली और अन्य भारतीय भाषाओं में गाती हैं। उनके पिता रमेश ठाकुर एक संगीत शिक्षक हैं, जबकि उनकी मां भारती ठाकुर गृहिणी हैं। उनके दोनों भाई भी संगीत में सक्रिय हैं। मैथिली को बचपन से ही गाने का शौक था और उन्होंने चार साल की उम्र में संगीत सीखना शुरू किया।