मेरठ में पुलिसकर्मियों का निलंबन: अज्ञात शव को फेंकने का मामला

मेरठ में एक अज्ञात शव को दूसरे क्षेत्र में फेंकने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। सीसीटीवी फुटेज में उनकी संदिग्ध गतिविधियों का पता चला। स्थानीय निवासियों ने पुलिस पर शवों को छोड़ने का आरोप लगाया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और आगे की कार्रवाई के बारे में।
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मेरठ में पुलिसकर्मियों का निलंबन: अज्ञात शव को फेंकने का मामला

पुलिसकर्मियों का निलंबन

मेरठ में एक अज्ञात शव को रात के समय दूसरे स्थान पर फेंकने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों, जिसमें एक होमगार्ड भी शामिल है, को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने सीसीटीवी फुटेज में पुलिसकर्मियों की संदिग्ध गतिविधियों को देखने के बाद यह निर्णय लिया।


सीसीटीवी फुटेज में मिली जानकारी

पुलिस ने बताया कि शास्त्रीनगर एल ब्लॉक चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में शुक्रवार तड़के लगभग 1:50 बजे दो पुलिसकर्मियों को बाइक पर आते हुए और एक ई-रिक्शा में लाए गए अज्ञात शव को एक दुकान के सामने रखकर लौटते हुए देखा गया। स्थानीय लोगों ने सुबह दुकान के बाहर शव को देखकर पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद लोहिया नगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।


जांच और कार्रवाई

मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि शव को एल ब्लॉक क्षेत्र में ई-रिक्शा से पुलिस आरक्षी राजेश और होमगार्ड रोहतास द्वारा रखा गया था। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए कांस्टेबल राजेश, होमगार्ड रोहतास और एल ब्लॉक चौकी प्रभारी जितेंद्र को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (नगर) आयुष विक्रम सिंह को सौंपी गई है।


स्थानीय निवासियों की चिंताएं

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि पुलिस कुछ मामलों में जिम्मेदारी से बचने के लिए शवों को अन्य क्षेत्रों में छोड़ देती है। एसएसपी ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।