मेरठ
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के सठला गांव में पुलिस पर हुए हमले के मामले में एसएसपी ने एक दारोगा और एक सिपाही को निलंबित कर दिया है। दोनों बिना वर्दी के दबिश देने पहुंचे थे। इस मामले की विभागीय जांच का आदेश भी दिया गया है। गुरुवार को एसएसपी और एसपी देहात ने सठला का दौरा किया। गांव में एक प्लाटून पीएसी तैनात की गई है, और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। साथ ही, फ्लैग मार्च भी निकाला गया। गांव में 40 अपराधियों की पहचान की गई है, जिनमें से 11 की हिस्ट्रीशीट खोलने का आदेश दिया गया है।
पुलिस पर हमले के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। गांव में पीएसी की तैनाती की गई है। गुरुवार को ड्रोन से गांव की निगरानी की गई और पुलिस फोर्स ने फ्लैग मार्च किया। अगले आदेश तक पीएसी गांव में तैनात रहेगी। एसएसपी ने लापरवाही के लिए दारोगा सौरभ और सिपाही सुनील को निलंबित किया है। आरोप है कि दोनों सादे कपड़ों में दबिश देने पहुंचे थे।
सठला में पुलिस चौकी की स्थापना
इस मामले में डॉ विपिन ताडा ने बताया कि दारोगा सौरभ कुमार और सिपाही सुनील को निलंबित किया गया है। सठला में पुलिस चौकी स्थापित करने के लिए स्थान की खोज की जा रही है। गांव के 11 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने का आदेश दिया गया है, और अगले आदेश तक पीएसी गांव में तैनात रहेगी।
पुलिस पर हमले की गंभीरता
एसएसपी ने कहा कि पहले पुलिस चौकी सठला के निकट स्थित गांव में थी, लेकिन अब इसे गांव में स्थानांतरित किया जाएगा। प्रशासनिक अधिकारियों ने सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। चौकी पर दारोगा सुमित तोमर की तैनाती की गई है, और मवाना थाने में अतिरिक्त अपराध निरीक्षक जितेंद्र सिंह को भी तैनात किया गया है।
हमले के दौरान पुलिसकर्मियों पर हमला
सठला में दबिश देने गई पुलिस टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों को बुरी तरह पीटा गया और उनके कपड़े फाड़ दिए गए। एक सिपाही को अर्द्धनग्न करके मारा गया और इसका वीडियो भी बनाया गया। वायरल वीडियो में एक अवैध पिस्टल भी दिखाई दे रही है। इस घटना से संबंधित चार वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे लेनदेन के विवाद की सूचना पर पहुंचे थे, और इसी दौरान उन पर हमला किया गया। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
हमले के दौरान पुलिसकर्मियों के कपड़े फाड़ दिए गए। कुछ पुलिसकर्मी मौके से भागने में सफल रहे, जबकि सिपाही सुनील को आरोपियों ने पकड़ लिया। सुनील को अर्द्धनग्न करके पीटा गया और इसका वीडियो बनाया गया। वीडियो में एक अवैध पिस्टल भी दिखाई दे रही है। इसके अलावा, बिना नंबर की सफेद रंग की किया-सोनेट कार भी वीडियो में नजर आ रही है.
