मेरठ में गुर्जर महापंचायत पर हंगामा, पुलिस पर पथराव

मेरठ जिले में रविवार को बिना अनुमति के आयोजित गुर्जर महापंचायत के दौरान भारी हंगामा हुआ। प्रशासन द्वारा रोकने पर उग्र हुई भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। इस घटना में 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। महापंचायत में गुर्जरों के राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा होनी थी, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और पुलिस की प्रतिक्रिया।
 | 
मेरठ में गुर्जर महापंचायत पर हंगामा, पुलिस पर पथराव

गुर्जर महापंचायत का आयोजन और प्रशासन की कार्रवाई

रविवार को मेरठ जिले में बिना अनुमति के आयोजित गुर्जर महापंचायत के दौरान भारी हंगामा देखने को मिला। जब प्रशासन ने कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की, तो भीड़ उग्र हो गई और पुलिस पर पथराव किया गया।


अधिकारियों के अनुसार, इस मामले में 22 व्यक्तियों के खिलाफ नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।


महापंचायत के मुद्दे और प्रशासन की तैयारी

सरधना क्षेत्र के कपसाड़ गांव में आयोजित गुर्जर महापंचायत में राजपूत सम्राट मिहिर भोज स्मृति द्वार का बोर्ड हटाने और गुर्जरों को राजनीतिक दलों से टिकटों में हिस्सेदारी जैसे मुद्दों पर चर्चा होनी थी।


हालांकि, प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी थी और सुबह से ही कई थानों की पुलिस और पीएसी को दादरी और आसपास के क्षेत्रों में तैनात किया गया था।


भीड़ का उग्र होना और पुलिस की प्रतिक्रिया

सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय वीर गुर्जर संघर्ष समिति के अध्यक्ष रविंद्र भाटी सहित कई लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 पर दादरी मोड़ से हिरासत में लिया गया, जिसके बाद भीड़ भड़क गई और पथराव शुरू कर दिया।


दादरी निवासी अभिनव मोतला 200 से अधिक युवकों के साथ मौके पर पहुंचे, जिससे पुलिस के साथ झड़प हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार, दादरी-मंडोरा मार्ग पर रेलवे लाइन के पास भी युवकों ने पुलिस पर पथराव किया।


कुछ समय बाद, पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ दिया।


पुलिस का बयान और स्थिति नियंत्रण

हालांकि, अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) आयुष विक्रम सिंह ने पथराव की घटना से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग पंचायत के नाम पर रैली निकालने और माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।


शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया, और पत्थरबाजी की कोई घटना नहीं हुई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। उन्होंने कहा कि बवाल के वायरल वीडियो की जांच कर आरोपियों की पहचान की जा रही है।