मेडागास्कर में युवा विद्रोह: राष्ट्रपति राजोएलिना ने देश छोड़ा

मेडागास्कर में हाल ही में हुए युवा विद्रोह के चलते राष्ट्रपति आंद्रे राजोएलिना ने देश छोड़ दिया है। यह विद्रोह पानी और बिजली की कमी के खिलाफ शुरू हुआ था, जिसमें हजारों लोग सड़कों पर उतरे। प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों के साथ झड़पें हुईं, जिससे कई लोगों की जान गई। राजोएलिना का राजनीतिक सफर भी विवादों से भरा रहा है। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और मेडागास्कर की वर्तमान स्थिति।
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मेडागास्कर में युवा विद्रोह: राष्ट्रपति राजोएलिना ने देश छोड़ा

मेडागास्कर में उग्र विरोध के बाद राष्ट्रपति का पलायन

हिन्द महासागर में स्थित मेडागास्कर, जो अफ्रीका के पूर्वी तट पर है, में युवाओं के उग्र विरोध-प्रदर्शन के चलते राष्ट्रपति आंद्रे राजोएलिना देश छोड़कर भाग गए हैं। उन्होंने एक दिन पहले रविवार को यह दावा किया था कि सेना की सहायता से तख्तापलट की कोशिशें हो रही हैं। यह घटना जेन-Z के विद्रोह का एक नया उदाहरण है, जिसमें शीर्ष अधिकारियों द्वारा पद छोड़ने की घटनाएं शामिल हैं। पिछले महीने नेपाल में भी जेन-Z ने इसी तरह का बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके परिणामस्वरूप वहां के प्रधानमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दिया।


फ्रांसीसी सैन्य विमान से सुरक्षित निकाला गया राष्ट्रपति

रेडियो फ्रांस इंटरनेशनल के अनुसार, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के अनुरोध पर एक फ्रांसीसी सैन्य विमान ने राष्ट्रपति राजोएलिना को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इससे पहले, मेडागास्कर में स्थित फ्रांसीसी दूतावास ने किसी भी सैन्य हस्तक्षेप से इनकार किया था। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय और विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर टिप्पणी करने से मना कर दिया।


प्रदर्शन की शुरुआत पानी और बिजली की कमी से हुई

जेनरेशन ज़ेड के प्रदर्शनकारियों ने पिछले महीने पानी और बिजली की कमी के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया था, जिसमें हजारों लोग सड़कों पर उतर आए थे। इस दौरान सुरक्षा बलों के साथ झड़पें भी हुईं, जिसमें कम से कम 22 लोगों की जान गई। युवा सरकार की भ्रष्टाचार और बुनियादी सेवाओं की कमी को लेकर नाराज थे। यह गुस्सा मोरक्को, इंडोनेशिया, नेपाल और केन्या जैसे देशों में हाल के विरोध प्रदर्शनों की याद दिलाता है।


राजोएलिना का राजनीतिक सफर

राजोएलिना ने पहली बार 2009 में सेना के समर्थन से सत्ता हासिल की थी। हालांकि, उन्होंने 2014 में पद छोड़ दिया था, लेकिन 2018 में चुनाव जीतकर फिर से राष्ट्रपति बने। 2023 में एक विवादास्पद मतदान के बाद उन्होंने एक और कार्यकाल प्राप्त किया। हालिया विरोध-प्रदर्शन के कारण 51 वर्षीय राजोएलिना को सत्ता से हटना पड़ा। कहा जा रहा है कि सेना की एक विशेष इकाई ने उनके विदाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


मेडागास्कर की आर्थिक स्थिति

विश्व बैंक के अनुसार, मेडागास्कर दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है, जहां चार में से तीन लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। यह द्वीपीय राष्ट्र, जो मोज़ाम्बिक के तट के निकट स्थित है, ने 1960 में फ्रांस से स्वतंत्रता प्राप्त की थी और तब से कई सैन्य तख्तापलट देख चुका है। जापान की सुमितोमो कॉर्पोरेशन यहां अंबाटोवी निकल खदान का संचालन करती है, जबकि रियो टिंटो पीएलसी देश में एक खनिज-रेत परियोजना का मालिक है।