मुरादाबाद में छात्रा की आत्महत्या: शोषण और पुलिस की लापरवाही का मामला

मुरादाबाद में छात्रा की दुखद घटना
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक 12वीं कक्षा की छात्रा ने लंबे समय तक चल रहे शोषण से तंग आकर जहर खा लिया। छात्रा ने अपने अंतिम शब्दों में उन युवकों पर आरोप लगाया है जिन्होंने उसकी जिंदगी को नर्क बना दिया। उसने यह भी कहा कि स्थानीय पुलिस ने उसकी कई बार की शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। छात्रा ने बताया कि वह स्कूल जाना बंद कर चुकी थी, जिससे उसकी पढ़ाई प्रभावित हुई। आरोपियों के अमीर परिवारों से होने के कारण पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया।
मुरादाबाद के एसएसपी हेमराज मीणा ने कहा कि आरोपियों का निवास स्थान पीड़ित के घर के निकट है। शिकायत के बाद एक आरोपी को हिरासत में लिया गया, लेकिन उसे बाद में छोड़ दिया गया। छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में उन युवकों के साथ-साथ सब इंस्पेक्टर सचिन मलिक को भी जिम्मेदार ठहराया है।
एसएसपी ने बताया कि सचिन मलिक को सस्पेंड कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने शिकायत के बावजूद छात्रा का बयान दर्ज नहीं किया। सुसाइड नोट के आधार पर दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है। इस मामले की जांच एसपी ग्रामीण संदीप मीणा करेंगे।
मृत छात्रा के पिता ने कहा कि उनकी बेटी पढ़ाई में बहुत अच्छी थी और परिवार को उससे बहुत उम्मीदें थीं। लेकिन छेड़खानी और परेशानियों के कारण उसकी पढ़ाई प्रभावित हुई। उन्होंने बताया कि हाल ही में होली के दिन एक आरोपी उनके घर में घुस आया और बदतमीजी की। उन्होंने एसपी ऑफिस और अन्य पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।