मुजफ्फरनगर में कबूतरों के साथ अजीबोगरीब ड्रोन प्रकरण

अजीब मामला सामने आया
मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक अनोखा मामला प्रकाश में आया है, जहां पुलिस ने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जो रात के समय कबूतरों के पैरों में लाल और हरी बत्तियां बांधकर उन्हें उड़ाते थे। इस घटना ने इलाके में ड्रोन उड़ने की अफवाहें फैला दीं, जिससे हड़कंप मच गया। जब पुलिस ने जांच की और इन व्यक्तियों को पकड़ा, तो सच्चाई सामने आई। अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग चकित हैं।
कबूतरों के साथ ड्रोन का भ्रम
यह सोचने वाली बात है कि कबूतरों के पैरों में बत्तियां लगाकर उन्हें रात में उड़ाया जाए। लेकिन मुजफ्फरनगर के इन दो व्यक्तियों ने ऐसा किया, जिससे आस-पास के लोगों में 'ड्रोन' का डर फैल गया। जब पुलिस ने मामले की जांच की, तो सच्चाई कुछ और ही निकली।
पुलिस ने इन कबूतरबाजों, जिनकी पहचान शोएब और शाकिर के रूप में हुई है, को पकड़ा और उन्होंने कैमरे के सामने दिखाया कि वे कबूतरों को कैसे उड़ाते थे। वे एक पिंजड़े में दो कबूतर रखते थे, जिनके पैरों में रात के समय लाल और हरी लाइट बांधकर उन्हें आसमान में उड़ाते थे। इसके बाद वे 'ड्रोन' उड़ने का शोर मचाते थे। पुलिस ने इनके पास से 2 कबूतर भी बरामद किए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
@SachinGuptaUP नामक एक यूज़र ने इस वीडियो को X पर साझा करते हुए लिखा, "यूपी के मुजफ्फरनगर पुलिस ने ऐसे दो व्यक्तियों को पकड़ा है, जो कबूतरों के पैर में लाल-हरी लाइट बांधकर उन्हें रात में उड़ाते थे और ड्रोन का शोर मचाते थे। शोएब और शाकिर से 2 कबूतर भी मिले हैं।"
एक अन्य यूज़र @hindipatrakar ने भी इस वीडियो को X पर साझा करते हुए लिखा, "मुजफ्फरनगर में 2 कबूतरबाजों ने कबूतरों को 'ड्रोन' बनाकर उड़ा दिया। रात के अंधेरे में कबूतरों के पंजों में लाल, हरी लाइट बांधकर वे उन्हें आसमान में उड़ा देते थे। पुलिस और स्थानीय लोग कबूतरों को ड्रोन समझकर रात के अंधेरे में घंटों भटकते रहते थे।"
यूज़र्स की प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर यूज़र्स इन कबूतरबाजों की हरकत पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ ने इसे मज़ाक में लिया है, जबकि कई यूज़र्स ने इसे सुरक्षा से संबंधित गंभीर मुद्दा बताया है। एक यूज़र ने लिखा, "इनको भी कबूतर बना दिया जाए।" दूसरे यूज़र ने टिप्पणी की कि इस तरह की हरकतें अक्सर सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देती हैं, खासकर जब ड्रोन और हवाई निगरानी का उपयोग संवेदनशील क्षेत्रों में हो रहा हो।