मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भाजपा पर वायु प्रदूषण के मुद्दे पर साधा निशाना

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वे पराली जलाने के मामले में पंजाब के किसानों को बदनाम करते हैं। उन्होंने कहा कि जब पंजाब में पराली नहीं जलाई जा रही है, तो दिल्ली में प्रदूषण का संकट क्यों है। मान ने दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक की तुलना पंजाब से की और कहा कि अब भाजपा को यह मान लेना चाहिए कि पंजाब का प्रदूषण में कोई हाथ नहीं है। यह बयान उस समय आया जब दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने प्रदूषण के लिए माफी मांगी।
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मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भाजपा पर वायु प्रदूषण के मुद्दे पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री का बयान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि उनके नेता पराली जलाने के मामले में पंजाब के किसानों को बदनाम करते हैं और दिल्ली की खराब वायु गुणवत्ता के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पंजाब में पराली नहीं जलाई जा रही है, तो राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का संकट क्यों बना हुआ है।


मान ने कहा कि जैसे ही धान की कटाई होती है, भाजपा के नेता पंजाब के किसानों को दिल्ली की वायु गुणवत्ता के लिए दोषी ठहराने लगते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा पहले यह दावा करती थी कि पंजाब के किसानों द्वारा पराली जलाने से दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता है।


उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में पंजाब के प्रमुख शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 70 से 130 के बीच है। मान ने एक वीडियो संदेश में कहा, "इस समय दिल्ली का एक्यूआई 450 से 500 के बीच है और पंजाब से कोई धुआं नहीं आ रहा है, फिर भी दिल्ली की स्थिति खराब है। कम से कम अब तो उन्हें यह मान लेना चाहिए कि दिल्ली की खराब वायु गुणवत्ता में पंजाब की कोई भूमिका नहीं है।"


यह टिप्पणी उस समय आई जब दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के संकट के लिए माफी मांगी और इसके बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रभाव को स्वीकार किया। हालांकि, सिरसा ने यह भी कहा कि यह पिछली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की नीतियों का परिणाम है।