मुंबई में यौन उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपी की गिरफ्तारी

गिरफ्तारी की जानकारी
मुंबई पुलिस ने सोमवार को जलगांव के 62 वर्षीय प्रफुल्ल लोढ़ा को दो किशोरियों के यौन उत्पीड़न और एक महिला के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया। इस मामले में साकीनाका और एमआईडीसी पुलिस थानों में शिकायतें दर्ज की गई हैं। पुलिस के अनुसार, लोढ़ा ने 16 वर्षीय लड़की और उसकी बहन को नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने चकला स्थित निवास पर बुलाया, जहां उसने उनका यौन उत्पीड़न किया और उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें भी खींचीं।
बलात्कार का मामला
इसके अतिरिक्त, लोढ़ा पर अंधेरी में एक महिला के साथ बलात्कार करने का भी आरोप है। ये घटनाएं जुलाई में हुई थीं। साकीनाका पुलिस ने 5 जुलाई को लोढ़ा को गिरफ्तार किया, और उसके खिलाफ दर्ज मामले में अदालत ने उसे जेल भेज दिया। इसके बाद, एमआईडीसी पुलिस ने बलात्कार के मामले में उसकी हिरासत ले ली। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
महिला का आरोप
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 23 वर्षीय महिला ने आरोप लगाया है कि लोढ़ा ने मई में उसे एक होटल में बुलाया और कहा कि वह उसके पति के लिए नौकरी दिलवा देगा, लेकिन इसके बदले में उसने यौन संबंध बनाने की मांग की। जब महिला ने इनकार किया, तो उसने कथित तौर पर उसे धमकाया और बलात्कार किया।
जांच और संपत्तियों की छापेमारी
पुलिस ने बताया कि लोढ़ा के खिलाफ 17 जुलाई को भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत दुष्कर्म और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है। जलगांव के निवासी लोढ़ा के राजनीतिक दलों के कुछ नेताओं के साथ करीबी संबंध होने की भी जानकारी मिली है। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने जलगांव, जामनेर और पहुर में लोढ़ा की संपत्तियों पर छापेमारी की, जिसमें एक लैपटॉप, पेन ड्राइव और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त किया गया।
राजनीतिक विवाद
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने सोमवार को भाजपा मंत्री गिरीश महाजन की प्रफुल लोढ़ा के साथ एक तस्वीर को लेकर आलोचना की। महाजन ने दावा किया कि लोढ़ा की कई पार्टी नेताओं के साथ तस्वीरें हैं, जिनमें शरद पवार, जयंत पाटिल, उद्धव ठाकरे और सुप्रिया सुले शामिल हैं। भाजपा नेता ने कहा कि किसी के साथ तस्वीर में होना गलत काम में संलिप्तता का संकेत नहीं है और राउत पर बिना सबूत के आरोप लगाने का आरोप लगाया।