मुंबई में भारी बारिश के कारण दो मोनोरेल ट्रेनें फंसी, 782 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया

मोनोरेल ट्रेनें फंसी
मंगलवार शाम मुंबई में भारी बारिश के चलते दो मोनोरेल ट्रेनें रुक गईं, जिससे सैकड़ों यात्री फंस गए। सभी 782 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। पहले मामले में, एक मोनोरेल ट्रेन, जिसमें 582 यात्री सवार थे, शाम 6:38 बजे चेम्बूर के मायसूर कॉलोनी और भक्ती पार्क के बीच रुक गई। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) के अनुसार, यह रुकावट बिजली आपूर्ति में समस्या के कारण हुई, जिसे 'अधिक भीड़' के लिए जिम्मेदार ठहराया गया।
दूसरी ट्रेन की रुकावट
लगभग एक घंटे बाद, दूसरी मोनोरेल ट्रेन, जिसमें 200 यात्री थे, शाम 7:33 बजे आचार्य अत्रे और वडाला मोनोरेल स्टेशन के बीच अचानक रुक गई। यात्रियों को वडाला स्टेशन पर ट्रेन को खींचने के बाद सुरक्षित निकाला गया।
MMRDA की रिपोर्ट
MMRDA ने बताया कि पहली ट्रेन ने अपने मूल डिजाइन क्षमता 104 टन को पार कर लिया था, जिसके कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हुई। एक प्रारंभिक जांच में पता चला कि अधिक भीड़ के कारण मोनोरेल का कुल वजन लगभग 109 मीट्रिक टन हो गया था, जिससे बिजली की आपूर्ति में रुकावट आई।
मुख्यमंत्री का बयान
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ट्रेन अधिक भीड़ के कारण झुक गई थी। उन्होंने बताया कि हार्बर लाइन के बंद होने के कारण कई यात्री मोनोरेल की ओर diverted हो गए थे।
यात्री अनुभव
कुछ यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में घबराहट का माहौल था, क्योंकि कई लोग सांस लेने में कठिनाई महसूस कर रहे थे जब एयर कंडीशनिंग सिस्टम बंद हो गया।