मुंबई में बुजुर्ग महिला को कूड़े में फेंकने का मामला, तीन गिरफ्तार

मुंबई में एक बुजुर्ग महिला को कूड़े के ढेर पर पाए जाने की घटना ने सभी को चौंका दिया है। महिला के पोते और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला तब सामने आया जब पुलिस ने महिला को गंभीर हालत में पाया। जांच में पता चला कि महिला को पहले अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन भर्ती से इनकार करने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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मुंबई में बुजुर्ग महिला को कूड़े में फेंकने का मामला, तीन गिरफ्तार

मुंबई में बुजुर्ग महिला की दयनीय स्थिति

मुंबई में एक चिंताजनक घटना सामने आई है, जिसमें एक बुजुर्ग महिला को कूड़े के ढेर पर पाया गया। यह महिला कैंसर से पीड़ित थी और उसके पोते द्वारा कथित तौर पर उसे कूड़े में फेंक दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और 60 वर्षीय यशोदा गायकवाड़ के परिवार की खोज कर रही है। यह घटना शनिवार को तब उजागर हुई जब पुलिस ने आरे कॉलोनी में सड़क के किनारे कूड़े के ढेर के पास महिला को बेहद कमजोर अवस्था में देखा।


गिरफ्तारी और जांच की जानकारी

महाराष्ट्र के मुंबई में एक 33 वर्षीय व्यक्ति और उसके दो साथियों को उनकी दादी को आरे कॉलोनी के पास जंगल में छोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, लगभग 70 वर्षीय महिला 22 जून की सुबह कूड़े के ढेर के पास पाई गई थी, और उसकी स्थिति गंभीर थी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।


पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में महिला के पोते सागर शेवाले (33), उसके बहनोई बाबासाहेब गायकवाड़ (70) और ऑटो रिक्शा चालक संजय कादरेशम (27) को महिला को उस स्थान पर छोड़ते हुए देखा गया।


इन तीनों को भारतीय न्याय संहिता की धारा 125 और माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण एवं कल्याण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया। सीसीटीवी फुटेज से यह भी पता चला कि आरोपी पहले महिला को 21 जून की रात नगर निगम द्वारा संचालित शताब्दी अस्पताल ले गए थे, लेकिन जब अस्पताल ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया, तो उन्होंने उसे आरे जंगल में छोड़ दिया।


अधिकारी ने बताया कि महिला का इलाज अब जुहू स्थित सरकारी कूपर अस्पताल में किया जा रहा है।