मुंबई में प्रोवोग इंडिया लिमिटेड के खिलाफ 90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला
धोखाधड़ी का मामला दर्ज
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 'प्रोवोग इंडिया लिमिटेड' के एक पूर्व निदेशक और एक पूर्व कर्मचारी सहित चार व्यक्तियों के खिलाफ कंपनी से 90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने इस मामले की जानकारी दी। 'प्रोवोग इंडिया लिमिटेड' पुरुषों और महिलाओं के परिधान तथा सहायक सामग्री जैसे विभिन्न उत्पादों का निर्माण और बिक्री करती है।
एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि आरोपियों में कंपनी के पूर्व निदेशक राकेश रावत, पूर्व कर्मचारी समीर खंडेलवाल, समाधान पेशवेर अमित गुप्ता, नए खरीदार अर्पित खंडेलवाल और प्लूटस इन्वेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग लिमिटेड शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने मिलकर कंपनी की संपत्तियों की कीमत को जानबूझकर कम करके दिखाया और नीलामी की प्रक्रिया में जानबूझकर दो साल की देरी की, जिससे बाजार मूल्य घट गया और खंडेलवाल कंपनी को खरीद सके।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने ग्राहकों से मिलने वाली राशि का उपयोग अपने लाभ के लिए नहीं किया। इस मामले में प्रोवोग इंडिया लिमिटेड के पूर्व प्रबंध निदेशक निखिल चतुर्वेदी ने शिकायत दर्ज कराई थी। यह अपराध 2018 से 2023 के बीच हुआ था। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और आपराधिक साजिश के आरोप में मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।
