मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर मिसिंग लिंक परियोजना का निर्माण तेजी से आगे बढ़ रहा है

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे की मिसिंग लिंक परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। इस परियोजना के पूरा होने पर यात्रा समय में लगभग 30 मिनट की कमी आने की उम्मीद है, जिससे दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। इसमें भारत की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग और सबसे ऊंचा सड़क पुल शामिल है। उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसे महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला बताया। जानें इस परियोजना के बारे में और क्या खास है।
 | 
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर मिसिंग लिंक परियोजना का निर्माण तेजी से आगे बढ़ रहा है

मुख्यमंत्री ने की परियोजना की समीक्षा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे की निर्माणाधीन 'मिसिंग लिंक' परियोजना को आधुनिक इंजीनियरिंग का अद्भुत उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना घाट खंड के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगी।


यात्रा समय में कमी की उम्मीद

परियोजना की प्रगति की समीक्षा के दौरान, फडणवीस ने बताया कि इसके पूरा होने पर मुंबई और पुणे के बीच यात्रा का समय लगभग 30 मिनट कम हो जाएगा, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या में भी कमी आने की संभावना है। अमृतांजन ब्रिज खंड पर अक्सर यातायात जाम की समस्या बनी रहती है।


विशेषताएँ और प्रगति

अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस परियोजना में भारत की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग शामिल है, जिसकी लंबाई नौ किलोमीटर और चौड़ाई 23 मीटर होगी। इसके अलावा, इसमें 185 मीटर ऊंचा देश का सबसे ऊंचा सड़क पुल भी होगा।


कार्य की प्रगति

मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 94 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और शेष निर्माण कार्य जल्द ही समाप्त होगा। उन्होंने अभियंताओं और श्रमिकों की कठिन परिस्थितियों में समर्पण के लिए सराहना की।


परियोजना का महत्व

फडणवीस ने कहा कि 'मिसिंग लिंक' के चालू होने से यात्रा का समय 30 मिनट कम होगा, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी, ईंधन की खपत में सुधार होगा और प्रदूषण में भी कमी आएगी। उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस परियोजना को एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला बताया।