मालेगांव विस्फोट मामले में सभी आरोपियों की बरी होने पर शिंदे का बयान

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मालेगांव विस्फोट मामले में सभी आरोपियों को बरी करने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने निर्दोष लोगों को लंबे समय तक जेल में रखने की बात कही और विपक्ष पर कटाक्ष किया। शिंदे ने यूपीए सरकार पर भी निशाना साधा, यह कहते हुए कि जब आतंकवादी हमले हो रहे थे, तब उनकी सरकार सत्ता में थी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस फैसले की सराहना की, जबकि कांग्रेस ने फडणवीस की प्रतिक्रिया पर सवाल उठाए। जानें इस मामले में और क्या हुआ।
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मालेगांव विस्फोट मामले में सभी आरोपियों की बरी होने पर शिंदे का बयान

एकनाथ शिंदे का स्वागत

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मालेगांव विस्फोट मामले में एनआईए अदालत द्वारा सभी सात आरोपियों को बरी करने के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि निर्दोष व्यक्तियों को "काफी लंबे समय तक" जेल में रखा गया था। मीडिया से बातचीत करते हुए शिंदे ने विपक्ष पर भी कटाक्ष किया, यह कहते हुए कि यह उन लोगों के लिए एक बड़ा झटका है जिन्होंने इस घटना को भगवा आतंकवाद का नाम दिया था। उन्होंने कहा, "मैं इस निर्णय का स्वागत करता हूँ। 17 साल हो गए हैं। निर्दोष लोगों को काफी लंबे समय तक जेल में रखा गया। यह आज के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मालेगांव ने उन्हें निर्दोष करार दिया है।


यूपीए सरकार पर निशाना

शिंदे ने यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार पर भी निशाना साधा, यह बताते हुए कि जब महाराष्ट्र में आतंकवादी हमले हो रहे थे, तब उनकी सरकार सत्ता में थी। उन्होंने कहा, "जब महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी हमले हो रहे थे, तब यूपीए सरकार थी। उन्होंने कहा था कि आतंकवाद का कोई रंग, धर्म या नाम नहीं होता, लेकिन मालेगांव विस्फोट के संदर्भ में, इसे 'भगवा आतंकवाद' कहा गया। यह 'भगवा' और हिंदुत्व को बदनाम करने की उनकी साजिश थी। यह उन लोगों के लिए एक बड़ा झटका है जिन्होंने इसे भगवा आतंकवाद कहा था।


मुख्यमंत्री फडणवीस की प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में सभी आरोपियों को बरी करने के निर्णय की सराहना की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद कभी भगवा नहीं था और न ही होगा। वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस ने फडणवीस पर आरोप लगाया कि उन्हें विस्फोट में निर्दोष लोगों की जान जाने का कोई पछतावा नहीं है, और अदालत के फैसले पर उनकी प्रतिक्रिया उनकी राजनीतिक मानसिकता को दर्शाती है।