मार्गशीर्ष माह 2025: सुख-समृद्धि के लिए करें ये 5 महत्वपूर्ण कार्य

मार्गशीर्ष माह 2025 की शुरुआत 6 नवंबर से हो रही है, जो कार्तिक पूर्णिमा के बाद आता है। इस पवित्र महीने में विशेष पूजा, दान और भक्ति करने से जीवन में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। जानें इस माह में किए जाने वाले 5 महत्वपूर्ण कार्य, जैसे माता लक्ष्मी की पूजा, गीता का पाठ, और तुलसी की पूजा, जो आपके जीवन में सकारात्मकता लाएंगे।
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मार्गशीर्ष माह 2025: सुख-समृद्धि के लिए करें ये 5 महत्वपूर्ण कार्य

मार्गशीर्ष माह की शुरुआत

मार्गशीर्ष माह 2025: सुख-समृद्धि के लिए करें ये 5 महत्वपूर्ण कार्य

मार्गशीर्ष माह 2025

मार्गशीर्ष माह 2025: कार्तिक पूर्णिमा के बाद अगहन महीने की शुरुआत होती है, जो इस वर्ष 06 नवंबर, 2025 से शुरू हो रहा है। इस महीने में सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत देवउठनी एकादशी के बाद होती है। चातुर्मास के बाद इस माह से विवाह जैसे कार्य भी आरंभ होते हैं।

भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भगवद्गीता में कहा है, “मासों में मैं मार्गशीर्ष हूं।” यह महीना भगवान श्रीकृष्ण के लिए विशेष महत्व रखता है। इस माह में उत्पन्ना एकादशी आती है, और इस दौरान पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। भगवान कृष्ण की पूजा करने से इस माह में विशेष लाभ मिलता है। इस समय किए गए पुण्य कार्य अनेक जन्मों के पापों का नाश करते हैं।


धार्मिक मान्यता

धार्मिक मान्यता के अनुसार…

इस माह में किए गए पुण्य कार्य मोक्ष की प्राप्ति में सहायक होते हैं। मार्गशीर्ष या अगहन के इस पवित्र महीने में शुभ कार्य करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दौरान विशेष पूजा, दान और भक्ति करने से जीवन में सभी सुख प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं, इस महीने में किए जाने वाले 5 महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में।


इन 5 कार्यों को करें

करें ये 5 काम

  • इस पवित्र महीने में शुक्रवार और पूर्णिमा को माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। इस दौरान माता लक्ष्मी की पूजा अवश्य करें।
  • मार्गशीर्ष महीने में गीता जयंती भी मनाई जाती है। इस माह में श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करें, जिससे आत्मिक शांति प्राप्त होती है।
  • अगहन में किया गया दान हजार गुना फल देने वाला माना जाता है। गरीबों को अन्न, वस्त्र, मिठाई या दक्षिणा दें, जिससे घर में बरकत आती है।
  • इस माह तुलसी की पूजा करें। तुलसी के पास दीपक जलाएं, जल अर्पित करें और तुलसी स्तोत्र का पाठ करें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
  • इस महीने हर सुबह स्नान के बाद ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है।