मानसिक स्वास्थ्य: लक्षण और बचाव के उपाय

आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं बढ़ रही हैं। WHO की रिपोर्ट के अनुसार, करोड़ों लोग तनाव और अवसाद से जूझ रहे हैं। जानें मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने के संकेत और उन्हें सुधारने के उपाय। विशेषज्ञों की सलाह से आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
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मानसिक स्वास्थ्य: लक्षण और बचाव के उपाय

मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति

मानसिक स्वास्थ्य: लक्षण और बचाव के उपाय

खराब मेंटल हेल्थ
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आजकल की तेज़ रफ्तार जीवनशैली और बढ़ते तनाव के चलते मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, हर साल करोड़ों लोग तनाव, अवसाद और चिंता जैसी मानसिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। मानसिक स्वास्थ्य केवल मानसिक स्थिति नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति की सोचने, महसूस करने और जीवन जीने की क्षमता को भी प्रभावित करता है। खराब मानसिक स्वास्थ्य का अर्थ है कि व्यक्ति लगातार तनाव, उदासी या असहजता का अनुभव कर रहा है, जो उसके दैनिक कार्यों, रिश्तों और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। यदि समय पर पहचान और उपचार नहीं किया गया, तो यह स्थिति और गंभीर हो सकती है।

खराब मानसिक स्वास्थ्य कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है, जिनमें सबसे सामान्य हैं अवसाद, चिंता, नींद की समस्याएं, आत्मविश्वास की कमी और निरंतर तनाव। लंबे समय तक खराब मानसिक स्वास्थ्य से हृदय रोग, मोटापा, मधुमेह और पेट से संबंधित समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। बच्चों और युवाओं में यह पढ़ाई और सामाजिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। यदि समय पर उपचार और देखभाल नहीं मिलती, तो यह स्थिति गंभीर मानसिक समस्याओं या आत्म-हानि तक पहुंच सकती है।


मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने के संकेत

गाजियाबाद जिला MMG हॉस्पिटल के मनोरोग विभाग के डॉ. ए.के. विश्वकर्मा के अनुसार, मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने के संकेत अक्सर धीरे-धीरे प्रकट होते हैं। शुरुआत में व्यक्ति में निरंतर उदासी, निराशा, चिड़चिड़ापन, नींद या भूख में बदलाव, थकान और आत्मविश्वास की कमी देखी जा सकती है। इसके अलावा, व्यक्ति सामाजिक संपर्क से दूर होने लगता है, अपने शौक और रुचियों में रुचि खो देता है और बार-बार चिंता या डर का अनुभव करता है।

गंभीर मामलों में आत्महत्या या आत्म-हानि के विचार भी उत्पन्न हो सकते हैं। यह स्थिति विशेष रूप से युवाओं, कामकाजी लोगों और लंबे समय तक तनाव में रहने वाले व्यक्तियों के लिए खतरनाक हो सकती है। समय पर पहचान और मनोवैज्ञानिक या मनोरोग विशेषज्ञ की सहायता से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।


बचाव के उपाय

भावनाओं को दबाने के बजाय, भरोसेमंद व्यक्ति से बात करें।

स्वस्थ आहार और पर्याप्त नींद का ध्यान रखें।

व्यायाम, योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

सोशल मीडिया का उपयोग सीमित करें।

यदि लगातार उदासी या चिंता महसूस हो, तो मनोवैज्ञानिक या डॉक्टर से सलाह लें।

अपने शौक और पसंदीदा गतिविधियों के लिए समय निकालें।