महेंद्र सिंह धोनी ने 'कैप्टन कूल' का ट्रेडमार्क कराया पंजीकृत

महेंद्र सिंह धोनी का ट्रेडमार्क आवेदन
भारत के पूर्व कप्तान और विश्व कप विजेता महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें उनके शांत स्वभाव के लिए जाना जाता है, ने हाल ही में 'कैप्टन कूल' नाम का ट्रेडमार्क पंजीकृत कराने के लिए आवेदन किया है। यह नाम उनके मैदान पर खेलने के दौरान के व्यवहार को दर्शाता है। धोनी ने 5 जून को Rithi Sports Management Pvt. Ltd. के माध्यम से इस नाम के लिए ट्रेडमार्क के लिए आवेदन किया। यह कदम एक रणनीतिक ब्रांडिंग प्रयास माना जा रहा है।
MS Dhoni has applied a trademark application for the mark "CAPTAIN COOL".
— W (@sone_do_mujhe) June 30, 2025
GAZAB!! pic.twitter.com/v53pDrOl9J
धोनी ने ट्रेडमार्क क्यों कराया?
धोनी के इस आवेदन के बाद, क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक रणनीतिक ब्रांडिंग कदम हो सकता है। इस कदम से धोनी के कपड़ों, डिजिटल उत्पादों और अन्य सामान के व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा। Rithi Sports Management Pvt. Ltd. इस प्रक्रिया में धोनी के साथ जुड़ी हुई है। इसका उद्देश्य इस उपनाम का आधिकारिक स्वामित्व प्राप्त करना है, जिसका उपयोग धोनी की शांत व्यक्तित्व को दर्शाने के लिए किया जाता है, विशेषकर उच्च दबाव की स्थितियों में।
ट्रेडमार्क होने से खिलाड़ियों को अपने नाम, लोगो या ब्रांड की सुरक्षा के लिए मजबूत कानूनी अधिकार मिलते हैं। इससे उन्हें कानूनी कार्रवाई करना आसान हो जाता है यदि कोई और उनकी पहचान का उपयोग करने की कोशिश करता है। एक पंजीकृत ट्रेडमार्क खिलाड़ियों को अन्य देशों में अपने ब्रांड को बढ़ाने में भी मदद करता है।
ट्रेडमार्क खिलाड़ियों को रिटायरमेंट के बाद भी पैसे कमाने में मदद कर सकता है। उदाहरण के लिए, माइकल जॉर्डन अभी भी अपने 'एयर जॉर्डन' ब्रांड से काफी पैसा कमाते हैं। एक ट्रेडमार्क का उपयोग बड़े व्यवसाय बनाने के लिए भी किया जा सकता है, जैसे कि कपड़ों की लाइन शुरू करना या एक खेल अकादमी खोलना, जिससे वे एक स्थायी विरासत छोड़ सकते हैं।
अन्य पंजीकृत ट्रेडमार्क
- क्रिस्टियानो रोनाल्डो: ट्रेडमार्क 'CR7', जिसका उपयोग कपड़ों, सुगंधों और होटलों के लिए किया जाता है।
- उसैन बोल्ट: अपने प्रसिद्ध 'लाइटनिंग बोल्ट' पोज़ का ट्रेडमार्क कराया।
- सेरेना विलियम्स: अपने नाम और लोगो का ट्रेडमार्क, जो उनके फैशन और व्यवसाय में मदद करता है।